H3n2 influenza virus: एच3एन2 वायरस से भारत में दो मौतें, इन 10 लक्षणों पर रखें नजर
h3n2 influenza virus symptoms prevention H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस का कहर लगातार बढ़ रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों का दावा है कि इस वायरस ने भारत में दो लोगों की जान ले ली है। पहली मौत कर्नाटक और दूसरी हरियाणा में हुई है
By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 10 Mar 2023 02:11 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। H3N2 Influenza Virus: भारत में H3N2 वायरस का कहर जारी है, जिसकी वजह से हरियाणा और कर्नाटक में दो लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार, देश में इस वक्त इस फ्लू के 90 से ज्यादा मामले हैं। H3N2 इन्फ्यूएंजा की वजह से पहले भी देश में संक्रमण फैल चुका है। लोगों में फ्लू जैसे लक्षण मौसम में बदलाव के कारण भी है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि H3N2 वायरस के लक्षण क्या है। आइए जानें एच3एन2 इंफ्लूएंजा के बारे में सबकुछ।
H3N2 virus क्या है?
यह एक इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो श्वसन में संक्रमण पैदा करता है। यह वायरस पक्षियों और जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षियों और दूसरे जानवरों में इसके कई स्ट्रेन्स पैदा हो चुके हैं। H3N2 वायरस इन्फेलूएंजा-ए वायरस का सबटाइप है। WHO और अमेरिका के CDC के मुताबिक, यह मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा का अहम कारण है।
H3N2 virus के लक्षण क्या हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एवियन, स्वाइन और दूसरे ज़ूनॉटिक इन्फ्लूएंजा संक्रमण, मनुष्यों में ऊपरी श्वसन में हल्के से लेकर गंभीर संक्रमण पैदा कर सकते हैं। इसमें हल्के सर्दी, बुखार से लेकर गंभीर निमोनिया, एक्यूट रेस्पीरेटरी डिसट्रेस सिंड्रोम, शॉक और यहां तक कि मौत भी हो सकती है। H3N2 के आम लक्षण कुछ ऐसे हैं:- कंपकपी
- खांसी
- बुखार
- मतली
- उल्टी
- गले में दर्द/गले में खराश
- मांसपेशियों और शरीर में दर्द
- कुछ मामलों में दस्त
- नाक बहना और छींक आना
अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द या तकलीफ, लगातार बुखार आना या खाना खाने में गले में दर्द होता है, तो जरूर है कि डॉक्टर को दिखाया जाए, ताकि सही इलाज हो सके।
H3N2 virus कैसे फैलता है?
एच3एन2 इंफ्लूएंजा अत्याधिक संक्रामक वायरस है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में मुंह या नाक से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। हमारे छींकने, खांसने और यहां तक कि बोलने पर जो बूंदें निकलती हैं, वह आसपास मौजूद लोगों को संक्रमित कर सकती हैं। एक संक्रमित सतह को छूने के बाद अपने मुंह या नाक को उसी हाथ से छू लेने से भी आप संक्रमित हो सकते हैं। गर्भवति महिलाएं, नौजवां बच्चे, उम्रदराज लोग और जो लोग पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, उनमें इस वायरस से संक्रमित होने का जोखिम और बढ़ जाता है।देखें Video: H3N2 Virus: कितना खतरनाक है ये वायरस? | Expert से जानें, क्या करें क्या न करें
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।