समय से पहले बूढ़ा बना देगी नींद की कमी, बढ़ जाएगा वजन, पड़ जाएंगे अक्ल पर पत्थर!
अगर आप भी रोज 7-8 घंटे की नींद नहीं ले पाते या इसे जरूरी नहीं समझते? तो आपको ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। नींद हमारी बॉडी को दोबारा चार्ज करती है ताकि हम बेहतर तरीके से काम कर पाएं। लेकिन नींद पूरी न होने के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं (harms of not getting sleep) जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आइए जानें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। नींद हमारे शरीर के लिए उतनी ही जरूरी है जितना खाना या पानी पीना। जैसे मशीन को समय-समय पर रिचार्ज करना जरूरी होता है। वैसे ही, नींद हमारी बॉडी को रिचार्ज करती है। इसलिए जब हम पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो हमारे शरीर और मन दोनों पर असर पड़ता है। नींद की कमी के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं (Harms Of Not Getting Enough Sleep) हो सकती हैं, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। इस आर्टिकल में इन्हीं दुष्प्रभावों के बारे में जानेंगे।
नींद की कमी से शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- वजन बढ़ना- पूरी नींद नहीं लेने (Lack Of Sleep) से हमारे शरीर में हार्मोन ग्रेलिन और लेप्टिन का संतुलन बिगड़ जाता है। ग्रेलिन भूख बढ़ाने वाला हार्मोन है, जबकि लेप्टिन भूख को कम करता है। नींद की कमी से ग्रेलिन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हम ज्यादा खाना चाहते हैं और वजन बढ़ सकता है।
- दिल की बीमारी- नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापे जैसे दिल की बीमारी के रिस्क फैक्टर बढ़ सकते हैं। ये दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं।
- कमजोर इम्यून सिस्टम- पूरी नींद नहीं लेने से हमारी इम्युनिटी कमजोर हो सकती है। इससे हम इन्फेक्शन और बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं।
- याददाश्त की समस्या- नींद हमारे दिमाग को नई जानकारी को इकट्ठा करने और याद रखने में मदद करती है। लेकिन पूरी नींद न लेने से हमारी याददाश्त कमजोर हो सकती है और हम चीजें ज्यादा आसानी से भूल सकते हैं।
- सिरदर्द और माइग्रेन- नींद की कमी सिरदर्द और माइग्रेन के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।
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नींद पूरी न होने के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- तनाव और चिंता- नींद की कमी तनाव और चिंता को बढ़ा सकती है। जब हम पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो हम ज्यादा परेशान महसूस कर सकते हैं।
- मूड स्विंग्स- नींद की कमी से मूड स्विंग्स हो सकते हैं, जैसे- हम ज्यादा चिड़चिड़े, उदास या गुस्सा महसूस कर सकते हैं।
- डिप्रेशन- लंबे समय तक नींद की कमी डिप्रेशन के जोखिम को बढ़ा सकती है।
नींद पूरी करने के तरीके
- सोने का समय तय करें- सोने का समय तय करें और उसका पालन करें।
- बेडरूम को आरामदायक बनाएं- अपने सोने के कमरे को शांत, अंधेरा और सही तापमान पर रखें।
- तनाव कम करें- तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग या एक्सरसाइज करें।
- कैफीन और शराब कम पिएं- कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करें, खासकर सोने से पहले।
- डॉक्टर की मदद लें- यदि आपको नींद की समस्या है, तो डॉक्टर से मदद लें।