Healthy Gut: अक्सर रहते हैं डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं से परेशान, तो रखें इन बातों को ध्यान
खराब खाने-पीने की आदतों का असर हमारे डाइजेशन पर भी पड़ता है। जंक फूड खराब स्लीप साइकिल आदि के कारण हमें डाइजेशन से जुड़ी कई समस्याएं जैसे कब्ज एसिडिटी आदि से जूझना पड़ता है। लेकिन कई ऐसी बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपने डाइजेशन को तंदरुस्त रख सकते हैं। आइए जानिए कैसे रखें अपने पाचन तंत्र का ख्याल।
By Jagran NewsEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 11 Sep 2023 07:05 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Healthy Gut: पेट ठीक न हो तो पूरा दिन खराब जाता है। इसलिए हेल्दी डाइजस्टिव सिस्टम का होना बेहद जरूरी है। अच्छा पाचन होने से खाना अच्छे से पचता है और खाने के सभी पोषक तत्व भी शरीर को मिलते हैं। इतना ही नहीं ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं भी नहीं होती। अच्छा पाचन तंत्र आपको कई समस्याओं से बचा सकता है। यह बहुत जरूरी है कि हम अपने डाइजस्टिव सिस्टम का ख्याल रखें। लेकिन आज कल की जीवनशैली और खान-पान के कारण अक्सर ऐसा नहीं कर पाते हैं और जिसका खामियाजा हमें बाद में भुगतना पड़ता है। जानें अपने पाचन तंत्र का ख्याल रखने के उपाय।
शांत मन से खाना खाएं
खाना खाते समय कोशिश करें कि बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के शांत मन से बैठ कर खाना खाएं। खाने को अच्छे से चबाएं, जिससे आसानी से पाचन हो सके। अच्छे से चबा कर खाने से उसके पोषक तत्व शरीर में आसानी से एब्सॉर्ब हो जाते हैं।यह भी पढ़ें: दिनभर रहना चाहते हैं स्वस्थ और एनर्जी से भरपूर, तो सुबह-सुबह भूलकर भी न खाएं ये फूड आइटम्स
रोज करें एक्सरसाइज
रोज एक्सरसाइज करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिसमें पाचन तंत्र की मसल्स भी शामिल हैं। इसके साथ ही मेटाबॉलिस्म भी तेज होता है, जो हेल्दी डाइजस्टिव सिस्टम के लिए बहुत आवश्यक है। एक्सरसाइज करने के लिए यह आवश्यक नहीं है कि आप जिम ही जाएं, बल्कि वॉकिंग, साइकिलिंग आदि भी कर सकते हैं।
फाइबर लें भरपूर मात्रा में
फाइबर आपके एक्सक्रीशन की प्रक्रिया में मदद करता है। खाने में प्रचूर मात्रा में फाइबर होने से कब्ज की समस्या होने की संभावना कम होती है। इसलिए दाल, होल ग्रेन, नट्स, हरी सब्जियां, फल आदि को अपनी डाइट में शामिल करें।प्रोबायोटिक्स को करें शामिल
आपके गट में कुछ बैक्टिरीया रहते हैं, जो पाचन में हमारे डाइजस्टिव सिस्टम की सहायता करते हैं। यह खाने के ब्रेक डाउन में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक इन्हीं बैक्टिरीया के लिए लाभदायक होते हैं। यह दही, किमची आदि में पाया जाता है।