बेफ्रिक होकर खाएं ये चीज़ें और पाएं मोटापे से छुटकारा
वजन कम करने के लिए खाना छोड़ने की जगह हेल्दी खाने की आदत डालें। इससे पेट की चर्बी तो कम होती ही है साथ ही आप लंबे समय तक सेहतमंद भी बने रहते हैं।
By Priyanka SinghEdited By: Updated: Tue, 17 Sep 2019 08:00 AM (IST)
वजन कम करने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज करना ही काफी नहीं. इसके साथ-साथ आपका खानपान भी सही होना चाहिए। अच्छा होगा हम योग और एक्सरसाइज के बाद उन चीज़ों को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में शामिल करें जो पेट भरने के साथ ही मोटापे को भी करें कंट्रोल। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही हेल्दी ऑप्शन्स के बारे में...
ग्रीन टी
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी, चर्बी बढ़ाने वाले सेल्स को कंट्रोल करता है। साथ ही चर्बी को एनर्जी में बदलकर लीवर की क्षमता भी बढ़ाता है। रात के खाने के बाद एक कप ग्रीन टी पीना बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका कड़वा स्वाद मीठी चीजों के प्रति क्रेविंग को भी कम करता है। वहीं पेपरमिंट गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की प्रॉब्लम्स को शांत करने में मददगार है, जिससे आंतें अपना काम आसानी से कर पाती हैं।
नींबू पानी
सुबह उठते ही हलके गुनगुने पानी के साथ एक नींबू का रस मिला लें और उसे खाली पेट पिएं। इसमें आप मिंट भी मिला सकते हैं। इससे पाचन क्रिया में मदद मिलेगी। शरीर में मौजूद नुकसानदेह टॉक्सिंस से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है। रोजाना 6 से 8 ग्लास पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
काबुली चना
काबुली चने में मौजूद न्यूट्रिशन और घुलनशील फाइबर इसे वजन संतुलित रखने वाला कंप्लीट फूड बनाते हैं। इससे भूख को दबाने वाला हॉर्मोन कोलेसिस्टोकिनिन रिलीज होता है, जिससे पेट भरे होने का एहसास होता है। काबुली चने एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के साथ आसानी से मिक्स होते हैं। इससे सेरोटोनिन का लेवल बढ़ सकता है। यह फील गुड हॉर्मोन है।
पालक
यह लो कैलरी और कार्ब वाली हरी पत्तेदार सब्जी है, जो डाइटिंग करने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प है। शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के साथ ही यह डाइजेशन को भी सही रखता है।
ग्रीन टी
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी, चर्बी बढ़ाने वाले सेल्स को कंट्रोल करता है। साथ ही चर्बी को एनर्जी में बदलकर लीवर की क्षमता भी बढ़ाता है। रात के खाने के बाद एक कप ग्रीन टी पीना बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका कड़वा स्वाद मीठी चीजों के प्रति क्रेविंग को भी कम करता है। वहीं पेपरमिंट गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की प्रॉब्लम्स को शांत करने में मददगार है, जिससे आंतें अपना काम आसानी से कर पाती हैं।
नींबू पानी
सुबह उठते ही हलके गुनगुने पानी के साथ एक नींबू का रस मिला लें और उसे खाली पेट पिएं। इसमें आप मिंट भी मिला सकते हैं। इससे पाचन क्रिया में मदद मिलेगी। शरीर में मौजूद नुकसानदेह टॉक्सिंस से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है। रोजाना 6 से 8 ग्लास पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
काबुली चना
काबुली चने में मौजूद न्यूट्रिशन और घुलनशील फाइबर इसे वजन संतुलित रखने वाला कंप्लीट फूड बनाते हैं। इससे भूख को दबाने वाला हॉर्मोन कोलेसिस्टोकिनिन रिलीज होता है, जिससे पेट भरे होने का एहसास होता है। काबुली चने एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के साथ आसानी से मिक्स होते हैं। इससे सेरोटोनिन का लेवल बढ़ सकता है। यह फील गुड हॉर्मोन है।
पालक
यह लो कैलरी और कार्ब वाली हरी पत्तेदार सब्जी है, जो डाइटिंग करने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प है। शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के साथ ही यह डाइजेशन को भी सही रखता है।