Heat Stroke vs Food Poisoning: हीट स्ट्रोक हुआ है या फिर फूड पॉइजनिंग? इन लक्षणों से करें पहचान
गर्मियों के मौसम में हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) और फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) की समस्या काफी ज्यादा देखने को मिलती है। जाहिर तौर पर यह दोनों चीजें एक नहीं हैं लेकिन अक्सर लोग इन दोनों के लक्षणों को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं। अगर आप भी इनके बीच का फर्क नहीं जानते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Heat Stroke vs Food Poisoning: इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में, हीट स्ट्रोक का जोखिम सबसे ज्यादा रहता है। दिनोंदिन बढ़ रहे तापमान के कारण शरीर को कई दिक्कतों से जूझना पड़ता है। यही नहीं, इस मौसम में फूड पॉइजनिंग की खतरा भी ज्यादा रहता है, लेकिन अक्सर लोग इसके लक्षणों को हीट स्ट्रोक की समस्या मान लेते हैं। अगर आप भी हीट स्ट्रोक और फूड पॉइजनिंग के लक्षणों के बीच का फर्क नहीं समझ पाते हैं, तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है।
ऐसे पहचानें दोनों के बीच का फर्क?
हीट स्ट्रोक की चपेट में आने पर आपका बॉडी टेंपरेचर 103°F/39.4°C से ऊपर पहुंच जाता है, लेकिन फूड पॉइजनिंग होने पर इस शरीर के तापमान में बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलती है।इसके अलावा हीट स्ट्रोक होने पर शरीर में कंपन, दिल की धड़कन का बढ़ना, बेहोशी और कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है, वहीं दूसरी तरफ फूड पॉइजनिंग का शिकार होने पर उल्टी और दस्त की समस्या देखने को मिलती है। साथ ही, जी मचलाना, पेट दर्द, ऐंठन और सीने में जलन की शिकायत भी हो सकती है।
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दोनों ही स्थिति में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसे में बार-बार गला और होंठ सूखने की समस्या भी देखी जा सकती है। फूड पॉइजनिंग में कभी-कभी बुखार हो सकता है, लेकिन हीट स्ट्रोक में होने वाला तेज बुखार इससे काफी अलग होता है।