Heat Therapy Benefits: मसल्स पैन या पुराने दर्द से परेशान हैं तो सिकाई करें, जानिए सिकाई के असरदार फायदे
Heat Therapy Benefits सिकाई का मतलब है शरीर की अकड़न दर्द और परेशानियों से निजात पाने के लिए शरीर को गर्म करना। दर्द की जगह की जब सिकाई की जाती है तो रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं जिससे खून आसानी से पूरे शरीर में पोष्क तत्व पहुंचाता है।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 25 Sep 2020 02:39 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। रोजाना कई ऐसी परेशानियां होती हैं जिसका इलाज करने हम डॉक्टर के पास नहीं जाते। मसल्स में क्रैंप आना, पेट दर्द होना, नस चढ़ जाना और मांस पेशियों में खिंचाव होना, ऐसी परेशानियां है जो कभी भी आ सकती है। इन परेशानियों का सबसे बड़ा इलाज सिकाई है। सिकाई करने से ऊत्तकों को गर्माहट मिलती है और रक्त का परिसंचरण अच्छा रहता है। सिकाई करने के लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है, उसे घर में ही किया जा सकता है।
सिकाई का मतलब है शरीर की अकड़न, दर्द और परेशानियों से निजात पाने के लिए शरीर को गर्म करना। दर्द की जगह की जब सिकाई की जाती है तो रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं, जिससे खून आसानी से पूरे शरीर में पोष्क तत्व पहुंचाता है। सिकाई चोट से हुई समस्याओं से छुटकारा पाने में बेहद असरदार है। आइए जानते हैं कि सिकाई कितने प्रकार की होती हैं और उसके फायदे क्या है।
सिकाई करने के कई तरीके मौजूद है, आइए जानते हैं कि घर में किस तरह सिकाई कर सकते है।
सिकाई गिली और सूखे दोनों तरीके से की जा सकती है।
गिली सिकाई: गिली सिकाई करने का मतलब है कि तरल पदार्थ की मदद से सिकाई करना। ये सिकाई दर्द से राहत दिलाने में बेहद असरदार है। आप ठंडी सिकाई करने के लिए आइस पैक का सहारा ले सकते हैं, या बर्फ के कुछ टुकड़ों को तौलिए में रख कर उससे सिकाई कर सकते हैं।
- सूखी सिकाई:
- सूखी सिकाई का मतलब है बिना पानी जैल की मदद से सूखी सिकाई करना। घर में इस सिकाई को करने के लिए जुराब, चावल, रबड़ की बोतल और गर्म कपड़े से की जा सकती है। जुराब और चावल से सिकाई करने के लिए आप मोजे में कच्चे चावल भर कर उसके मुंह पर गांठ लगा दे, और उसे ओवन में गर्म कर लें। कुछ देर बाद निकाल कर उससे सिकाई करें।
- सूती कपड़े या तौलिए से सिकाई करने के लिए आप तवे को गर्म करके उसपर कपड़ा गर्म करके सिकाई करें।
- तौलिए से सिकाई करने के लिए आप गर्म पानी में तौलिए को गिला करके उसे निचोड़ लें। और उससे सिकाई करें।
- सिकाई करन से सूजन कम होती है और उससे आराम मिलता है।
- कई बार गलत तरीके से सोने से या फिर किसी और कारण शरीर के किसी अंग में अकड़न हो जाती है तो गर्म पानी से सिकाई करें। गर्म सिकाई करने से अकड़न में राहत मिल सकती है।
- गर्म सिकाई से मांसपेशियों के खिंचाव में राहत मिलती है।
- सिकाई करने से घाव जल्दी भरता है।
- गर्म सिकाई से मासंपेशियों में तनाव की समस्या से राहत मिलती है।
- सिकाई शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलती हैं।
- गर्म सिकाई से त्वचा व आंखों की समस्याओं से भी आराम मिलता है।
- सिकाई से दीर्घकालिक जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
- पीरियड के दर्द से छुटकारा पाना है तो गर्म पानी से सिकाई करें।
- गर्म सिकाई में ध्यान रहे
- पांच मिनट से ज्यादा गर्म सिकाई नहीं करें।
- एक बार इस्तेमाल करने के बाद बैग के पानी को फिर से इस्तेमाल नहीं करें। इस्तेमाल किए हुए पानी को फेंक दें।
- सूजन हो जाने पर तुरंत सिकाई नहीं करें। इसकी बजाए पहले एक दो दिन ठंडी सिकाई करें और बाद में गर्म सिकाई करें।
- बहुत गर्म सिकाई नहीं करें।
- अगर आपको डायबिटीज है या फिर ब्लड सकुर्लेशन की समस्या है तो गर्म सिकाई करने से बचें।