डायबिटीज आपकी यौन सेहत पर किस तरह से डालता है असर और कैसे कर सकते हैं इसमें सुधार
डायबिटीज एक बेहद गंभीर बीमारी है जो आपकी हेल्थ को कई तरीकों से प्रभावित करती है। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल और डाइट पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। जिसकी मदद से काफी हद तक इसे बचा जा सकता है। यौन सेहत पर इसका किस तरह से प्रभाव पड़ता है आइए जानते हैं इस बारे में साथ ही कैसे कर सकते हैं इसमें सुधार।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Wed, 22 Nov 2023 08:13 AM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) के अनुसार डायबिटीज आज एक वैश्विक चिंता का विषय है, जिससे दुनिया भर में लगभग 422 मिलियन लोग प्रभावित हैं। डायबिटीज से पीड़ित पुरुष हो या महिला दोनों को ही फर्टिलिटी और यौन स्वास्थ्य से जुड़ी कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह शुक्राणु, भ्रूण की क्वॉलिटी और डीएनए इंटीग्रिटी पर असर डाल सकता है।
पुरुषों में डायबिटीज की वजह से कम स्पर्म बनना, यौन इच्छा का कम होना, साथ ही टेस्टोस्टेरोन में भी कमी देखने को मिलती है। वहीं महिलाओं में डायबिटीज के कारण अनियमित पीरियड्स और ओव्यूलेशन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है।
ब्लड शुगर का लंबे समय तक हाई रहना बिल्कुल भी सही नहीं होता। यह पूरे शरीर में ब्लड वेसेल्स, तंत्रिकाओं और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन अगर आपने डायबिटीज को सही तरीके से मैनेज करने पर ध्यान दिया, तो इससे होने वाले कई सारे खतरों को टाला जा सकता है।
डायबिटीज पेशेंट्स यौन स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए उठाएं ये कदम
ब्लड लेवल को नियंत्रित करें
टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज करने के लिए, ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना सबसे जरूरी है। इसके लिए नियमित इंसुलिन की जांच और दवाओं के सेवन से प्रेग्नेंसी से जुड़े कॉम्प्लीकेशंस को दूर किया जा सकता है।
कसरत करें
व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना ओवरऑल हेल्थ को बरकरार रखने और प्रजनन क्षमता में सुधार लाने के लिए बहुत जरूरी है। नॉर्मल एक्सरसाइज के साथ-साथ कीगल एक्सरसाइज भी करें। ये व्यायाम पूरे शरीर को तो फिट रखते ही हैं साथ ही यौन सेहत के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।बैलेंस डाइट
हेल्दी और बैलेंस डाइट डायबिटीज को मैनेज करने के लिए बहुत ही जरूरी है। डाइट में साबुत अनाज, सीज़नल फ्रूट्स, सब्जियां, कम प्रोटीन और ज्यादा फाइबर वाली चीज़ों को शामिल करें। ज्यादा कैलोरी और फैटी फूड्स का कम से कम सेवन करें।