Loneliness and Mental Health: मेंटल हेल्थ पर कैसे असर डालता है अकेलापन, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Loneliness and Mental Health स्वस्थ रहने के लिए अच्छा आहार और शारीरिक गतिविधियां ही नहीं बल्कि खुश रहना भी बेहद जरूरी है। खुश रहने का हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है लेकिन अक्सर अकेलेपन की वजह से लोगों की मेंटल हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है। इसकी वजह से कई समस्याओं का शिकार हो जाते हैं।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 03 Jul 2023 07:26 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Loneliness and Mental Health: मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, जिसे जीवन जीने के लिए एक सुरक्षित सामाजिक परिवेश की जरूरत होती है। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी सोशल रिलेशन बेहद जरूरी होते हैं। बिगड़े हुए सामाजिक रिश्ते अकेलेपन का कारण बन सकते हैं। अकेलेपन की वजह से व्यक्ति को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
अकेलापन अवसाद, शराब का सेवन, बाल शोषण, नींद की समस्या, व्यक्तित्व विकार और अल्जाइमर रोग जैसे विभिन्न मानसिक विकारों को जन्म दे सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं है कि अकेलेपन का हमारी मेंटल हेल्थ सीधा और गहरा असर पड़ता है। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health-NIH) के मुताबिक अकेलेपन से सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक अकेलापन
इसकी वजह से डायबिटीज, रुमेटीइड गठिया, ल्यूपस जैसे ऑटोइम्यून विकार, कोरोनरी हृदय रोग, उच्च रक्तचाप (एचटीएन), मोटापा, कैंसर आदि का खतरा भी बढ़ता है। ध्यान न देने पर अकेलापन लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए अकेलेपन को रोकने के लिए सही समय पर उचित कदम उठाना बेहद जरूरी है, ताकि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।अकेलापन क्या है?
अकेलापन एक दर्दनाक भावना है, जो हमें दर्द की याद दिलाता है और अलग-थलग होने के खतरे की चेतावनी देता है। अकेलापन जरूरी सामाजिक संबंधों की अनुपस्थिति और वर्तमान सामाजिक रिश्तों में स्नेह की कमी के कारण होता है। अकेलापन सिर्फ अकेले रहने के कारण नहीं होता, बल्कि किसी निश्चित जरूरी और करीबी रिश्ते या रिश्तों के के बिना भी होता है। अकेलापन मानसिक स्वास्थ्य को किस तरह प्रभावित करता है, इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने फरीदाबाद के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल में एसोसिएट सलाहकार और मनोचिकित्सक डॉ त्रिदीप चौधरी से बात की।
मेंटल हेल्थ को कैसे प्रभावित करता है अकेलापन
अकेलेपन पर बात करते हुए डॉ त्रिदीप कहते हैं कि मनुष्य अपने स्वभाव से ही एक सामाजिक प्राणी है और उसका यह स्वभाव एक स्वस्थ जीवन में उनकी मदद करता है। जब हम दूसरों से मिलते हैं, उनकी आवाजें सुनते हैं, उन्हें देखते हैं या छूते हैं, तो इससे हमारे सेंसरी पाथवेज एक्टिव होते हैं। इससे हमारी इंद्रियां सक्रिय होती हैं और हमें खुशी का अहसास होता है। इसके अलावा जब हम दूसरों के साथ बातचीत करते हैं, तो हम उनके साथ अपने विचार साझा करते हैं और दूसरों के विचार और राय की मदद से कठिन परिस्थितियों से निपटने में मदद लेते हैं।किन लोगों को अकेलेपन का ज्यादा खतरा
डॉक्टर आगे कहते हैं कि कभी-कभी अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं वाला व्यक्ति अकेले रहना पसंद कर सकता है। वहीं, अलग-अलग एंग्जायटी डिसऑर्डर जैसे सोशल फोबिया, एगोराफोबिया में व्यक्ति सामाजिक अवसरों पर या जहां भीड़ हो, ऐसी जगह जाने से बच सकता है। इस प्रकार अकेलापन किसी के मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकता है या पहले से ही खराब मानसिक स्वास्थ्य के परिणामस्वरूप हो सकता है, जिसे पहचानने की आवश्यकता है।Picture Courtesy: Freepik