Long Sitting Risks: घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करने से हो सकते हैं सेहत को ये नुकसान
काम के सिलसिले में तो कभी आलस की वजह से अगर आप भी अपने दिन का ज्यादातर समय बैठकर बिता रहे हैं तो जान लें ये आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं। इससे आप कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं जिनमें से कुछ बेहद खतरनाक भी हैं। आइए जानते हैं लॉन्ग सीटिंग हैबिट से होने वाले कुछ ऐसे ही नुकसान के बारे में।
लाइफ्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Sitting Health Risks: अगर आपका ज्यादातर वक्त कुर्सी या सोफे पर बैठकर गुजरता है, तो बता दें कि यह आदत आपके सेहत के लिए बहुत ही बुरी है। इससे सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ता, बल्कि और कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसे लेकर कई तरह के रिसर्च भी हुए हैं, जिसमें ये बात सामने आई है। घंटों बैठे रहने की आदत कमर और पीठ दर्द के साथ मृत्यु का कारण भी बन सकती है। आइए जानते हैं कैसे।
ब्लड सर्कुलेशन में होती है दिक्कत
देर तक बैठे रहने से पैरों में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता। पिंडलियों में ब्लड क्लॉटिंग की प्रॉब्लम हो सकती है। इससे ब्लड वेसेल्स वॉल्स को नुकसान पहुंच सकता है।
बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा
फिजिकली एक्टिव और दिन में दो घंटे या इससे कम बैठने वाले पुरुषों की तुलना में दिन में कम से कम पांच घंटे या इससे ज्यादा बैठने वाले और साथ ही एक्सरसाइज न करने वाले पुरुषों में हार्ट अटैक के खतरे की संभावना दोगुनी होती है।एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादा देर तक बैठेने से ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत हो सकती है। इतना ही नहीं, इससे आपका कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है और तो और इससे डायबिटीज की बीमारी भी हो सकती है और अगर पहले से डायबिटीज है तो वो और बढ़ जाती है। कुछ रिसर्च तो यह भी बताते हैं कि जो लोग देर तक बैठे रहते हैं, उनमें कोलन कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है।मोटापे का खतरा
शोध के अनुसार टेलीविजन कंप्यूटर और डेस्क जॉब की वजह से लोग अब दिन में औसतन 8 से 9 घंटे बैठे हुए बिताते हैं। साथ ही इससे नींद भी डिस्टर्ब होती है। ये दोनों चीज़ें मोटापे का शिकार बनाती हैं। दिनभर बैठे रहना मतलब फिजिकल एक्टिविटीज जीरो होना और ये बहुत बड़ी वजह है मोटापे की। ये भी पढ़ेंः- लॉन्ग सीटिंग जॉब वाले इन एक्सरसाइजेस से पाएं गर्दन और बैक की अकड़न से छुटकारा
Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।Pic credit- freepik