Breastfeeding Mothers Diet: ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं तो जानिए कैसी होनी चाहिए दिन भर आपकी डाइट
Diet for Breastfeeding Mothers जो महिलाएं बेबी को दूध पिलाती हैं उन्हें प्रति दिन अतिरिक्त 500 कैलोरी की जरूरत होती है। फीडिंग कराने वाली महिलाओं को जल्दी भूख लगती है इसलिए महिलाओं को दिन में तीन समय पर्याप्त आहार और लिक्विड का सेवन करना जरूरी है।
By Shahina NoorEdited By: Updated: Mon, 26 Jul 2021 03:11 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। नई नई मदर बनी हैं तो अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दें। अगर मां सेहतमंद रहेगी तो बच्चा भी सेहतमंद रहेगा। न्यू बेबी को आप फीडिंग कराएंगी तो आपकी बॉडी में कमजोरी हो सकती हैं, इसलिए आप अपनी डाइट में ऐसी चीज़ों को शामिल करें, जिनसे आपकी बॉडी स्ट्रॉन्ग रहे, साथ ही आपका बच्चा भी हेल्दी रहे। मां की डाइट पर बच्चे के दूध की मात्रा और उसकी गुणवत्ता निर्भर करती है। जो महिलाएं बेबी को दूध पिलाती हैं, उन्हें प्रति दिन अतिरिक्त 500 कैलोरी की जरूरत होती है। फीडिंग कराने वाली महिलाओं को जल्दी भूख लगती है, इसलिए महिलाओं को दिन में तीन समय पर्याप्त आहार और लिक्विड का सेवन करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि फीडिंग कराने वाली महिलाओं की डाइट कैसी हो।
नाश्ते में करें इन चीजों का सेवन:
- नाश्ते में एक गिलास दूध के साथ कोई एक फल खाएं। साथ ही एक कटोरी पोहा या उपमा का इस्तेमाल करें।
- मेथी, वेज या पालक के पराठे या फिर एक कप दही का सेवन करें।
- ब्रेड और अंडा का सेवन करें। साथ ही जूस भी पीएं।
- आप चाहें तो नाश्ते में दो रोटियां और सब्जी का भी सेवन कर सकती हैं।
- दोपहर के खाने में एक कटोरी सलाद और दो गेहूं की रोटी और सब्जी को डाइट में करें शामिल
- खाने में आप चाहें तो दो बाजरे की रोटी, एक कटोरी चावल और एक कटोरी दाल और सब्जी भी खा सकती है।
- खाने में सलाद, दही का भी सेवन करें।
डिनर में करें इन चीज़ों का सेवन:डिनर में कोई भी सलाद, दो रोटी, एक कटोरी चावल, हरी मौसमी सब्जी और दाल का सेवन करें। अगर आप चाहे तो अपने आहार में मांस-मछली को भी शामिल कर सकती हैं।
दिनभर में इन चीजों का सेवन करना भी है जरूरी:
- सैल्मन और सार्डिन जैसी मछली या शाकाहारियों, अखरोट और अलसी के बीज खाने से ओमेगा 3 फैटी एसिड (डीएचए) की अच्छी मात्रा मिलेगी जो आपके बच्चे के न्यूरोडेवलपमेंट और आंखो के लिए आवश्यक मिनरल देगी।
- आप दिन भर भरपूर मात्रा में पानी, ताजे फलों का रस, नारियल पानी, छाछ, दूध आदि पीते रहें। बहुत कम तरल पदार्थ लेने से दूध बनने में कमी आ सकती है।