World Heart Day 2023: दिल को दुरुस्त रखने के लिए बेहद जरूरी है 7 से 8 घंटे सोना, ऐसे पाएं सुकून भरी नींद
World Heart Day 2023 सेहतमंद रहने के लिए अच्छी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी ही काफी नहीं बल्कि प्रॉपर नींद लेना भी बेहद जरूरी है लेकिन लोग बिजी लाइफस्टाइल और काम के प्रेशर के चलते इसकी अहमियत को इग्नोर कर रहे हैं और सेहत संबंधी कई समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। हार्ट से जुड़ी समस्याओं की एक बड़ी वजह नींद की कमी है।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 25 Sep 2023 04:40 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Heart Day: अच्छी और सुकून भरी नींद सेहतमंद बने रहने के लिए बहुत जरूरी है। सोने के दौरान हमारा शरीर खुद को रिपेयर करने का काम करता है। हमारे शरीर और दिमाग में इस दौरान कई सारे शारीरिक और न्यूरोलॉजिकल बदलाव होते हैं, जिससे व्यक्ति अगले दिन तरोताजा महसूस करता है।
Dr. Sibasish Dey, Head of Medical Affairs, South Asia, ResMed ने बताया कि, 'नींद की कमी से कार्डियोवैस्कुलर सहित कई और दूसरी सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। अच्छी नींद ना लेने से ऑक्सीडेटिव दबाव काफी बढ़ सकता है, जिसकी वजह से ब्लड वेसेल्स की दीवार पर एथरोस्क्लेरोसिस की समस्या हो सकती है। इससे दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। कई लोगों में नींद की कमी की वजह से ऑब्सट्रेक्टिव स्लीप एप्निया (ओएसए) होने की आशंका बढ़ जाती है। इसमें सोने के दौरान ऊपरी वायुमार्ग बार-बार अवरुद्ध होता है, जिससे नींद में बाधा आती है। यह नींद से जुड़ा सबसे आम ब्रीदिंग डिसऑर्डर है।'
कई सारे क्लीनिकल अध्ययनों में यह सामने आया है कि ओएसए से स्ट्रोक के 72% मामले, हार्ट फेलियर के 76% और हाइपरटेंशन के 83% मामले जुड़े होते हैं।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) सलाह देता है कि जिन लोगों को हाइरपरटेंशन, पल्मोनरी हाइपरटेंशन और बार-बार दिल की धड़कनों के अनियमित होने की समस्या है, उन्हें स्लीप एप्निया की जांच करा लेनी चाहिए। ऐसे रोगियों को वेट कंट्रोल, लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करने के साथ सीपीएपी थैरेपी की मदद भी लेनी चाहिए। हाल के एक अध्ययन में पाया गया कि ओएसए के इलाज के लिए एक साल तक सीपीएपी का उपयोग करने से हाइपरटेंशन, हार्ट फेलियर का खतरा कम हो जाता है और बचने की संभावना बढ़ जाती है।
इसलिए बेहद जरूरी है रोजाना अच्छी नींद लेना, जिसमें आपकी मदद कर सकते हैं ये चीज़ें।
नींद की एक नियमित दिनचर्या बनाएं: हमारा सर्केडियन रिदम या बायोलॉजिकल क्लॉक हमारी विकास प्रक्रिया से जुड़ा है और नींद उस प्रक्रिया का हिस्सा है। जब हम अपने शरीर को एक तय समय पर सोने के लिए तैयार करते हैं, तो हम तुरंत ही स्लीप मोड पर चले जाते हैं। बिस्तर पर करवटें बदलते रहने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए रोजाना समय पर सोना और उठना, स्लीप क्वॉलिटी सुधारने का असरदार तरीका है।
पर्याप्त नींद लें: अच्छी सेहत के लिए वयस्कों को आमतौर पर 7 घंटे की नींद लेने की जरूरत होती है। कभी-कभी नींद के घंटों से समझौता किया जा सकता है, लेकिन नींद के घंटों में लगातार कमी से सेहत से जुड़ी परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही अगर पहले से कोई समस्या है तो वो भी बढ़ सकती हैं। सेहतमंद खाना और व्यायाम करना: व्यायाम और पोषण से भरपूर खानपान दिल के लिए अच्छा माना जाता है। फिजिकल एक्टिविटी से शरीर फिट रहता है और रात में इससे अच्छी नींद भी आती है। हालांकि, सोने से ठीक पहले व्यायाम करने से बचना चाहिए। खानपान में सब्जियों, फल, लीन प्रोटीन जैसी चीजों को खासतौर से शामिल करें। वहीं, प्रोसेस्ड और फास्ट फूड से दूर रहें।
नींद से जुड़ी बीमारियों का इलाज करना: जिन लोगों को ऑब्सट्रेक्टिव स्लीप एप्निया जैसी नींद से जुड़ी सामान्य समस्याएं हैं, उन्हें धड़कनों का अनियमित होना, प्लाक का निर्माण, हार्ट फेल्यिर और कोरोनरी आर्टरी रोग होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। इसलिए, इन बीमारियों के लक्षणों पर नजर रखें और कोई प्रॉब्लम नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। धूम्रपान से बचें: धूम्रपान करने से ब्लड वेसेल्स में प्लाक का निर्माण बढ़ जाता है, जिसका प्रभाव हार्ट पर पड़ता है। दूसरा, धूम्रपान के केमिकल से खून गाढ़ा हो सकता है। इसलिए, दिल की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए धूम्रपान से दूरी बना लें।
स्ट्रेस से रहें दूर: तनाव और बेचैनी से दिल पर बेवजह बोझ बढ़ता है और नींद आने में परेशानी होती है। ऐसे में लोगों को जीवन में आशावादी सोच अपनानी चाहिए और तनाव को दूर करने के लिए ध्यान तथा ब्रीदिंग तकनीक की भी मदद ली जा सकती है।एक सेहतमंद और खुशहाल जीवन की शुरूआत अच्छी सेहत से होती है। इसलिए, लोगों को अपनी दिल से जुड़ी सेहत को अच्छी स्थिति में बनाए रखने के लिए नींद को प्राथमिकता देनी चाहिए।Pic credit- freepik