Vitamin-D In Winters: जानें ठंड के मौसम में विटामिन-डी के स्तर को मैनेज करने का आसान तरीका!
Vitamin-D In Winters ठंड के मौसम में धूप कम निकलती है ऐसे में इस दौरान विटामिन-डी की कमी सभी में आसानी से हो सकती है। इसलिए जब भी धूप निकले को बाहर कुछ देर ज़रूर बैठें और साथ ही डाइट मे विटामिन-डी से भरपूर फूड्स लें।
By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Tue, 03 Jan 2023 12:53 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vitamin-D In Winters: विटामिन-डी हमारी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी पोषक तत्व होता है। साथ ही ये शरीर में कैल्शियम और फॉसफेट के स्तर को मैनेज भी करता है, जो हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं। विटामिन-डी का स्तर कम होने से हड्डियां कमज़ोर पड़ने लगती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रेक्चर का जोखिम बढ़ता है। विटामिन-डी का सबसे बड़ा स्त्रोत सूरज की किरणें हैं, इसलिए इसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है।
सर्दियों में धूप कम निकलती है, इसलिए एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान लोगों में विटामिन-डी की कमी होना आम है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि गर्मियों में आप में विटामिन-डी की कमी नहीं हो सकती। ऐसे में विटामिन-डी कैसे मिल सकता है?
घर से बाहर ज़रूर निकलें
ठंड की वजह से हम बिस्तर से बाहर नहीं निकलना चाहते, जो एक गलत आदत है। बाहर चाहे कितनी भी ठंड हो आपको कुछ देर के लिए धूप में ज़रूर बैठना चाहिए। रिसर्च के मुताबिक, 8 से 15 मिनट धूप लेने से भी आपको काफी विटामिन-डी मिल सकता है। अगर आपकी त्वचा का रंग गहरा है, तो आप ज़्यादा देर भी धूप ले सकते हैं।विटामिन-डी से भरपूर फूड्स भी लें
धूप लेने के साथ आपको डाइट का भी ख्याल रखना चाहिए। आपकी डाइट ही शरीर को सभी पोषक तत्व देती है, इसलिए खाना हमेशा सोच समझकर खाएं। वैसे तो सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है, लेकिन रोज़ाना खाए जाने वाले कुछ फूड्स भी इसके स्तर को बढ़ावा दे सकते हैं। आप अपनी डाइट में इन फूड्स को शामिल कर सकते हैं:
- संतरे
- अंडे
- मशरूम
- टूना फिश
- सालमन फिश
- पैश्चराइज्ड दूध
- अनाज
विटामिन-डी की कमी के लक्षण क्या होते हैं?
शरीर में जब विटामिन-डी की कमी हो जाती है, तो आप नीचे दिए गए संकेतों को महसूस कर सकते हैं:- कमज़ोरी महसूस होना
- रात भर की नींद के बाद भी थकावट महसूस करना
- हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों का कमज़ोर होना, दर्द या फिर मांसपेशियों में ऐंठन आना
- मूड में बदलाव आना, जैसे कि अवसाद
हालांकि, ज़रूरी नहीं कि विटामिन-डी के लक्षण हर बार दिखें, इसलिए टेस्ट ज़रूर करवाएं।