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Indoor Pollution: घर के अंदर की दूषित हवा को ऐसे रखें साफ, ताकि बीमार न पड़े आप!

Indoor Pollution घर के बाहर के प्रदूषण का उपाय आपके पास नहीं है लेकिन घर के अंदर के वातावरण को साफ रखना हमारे हाथ में है तो आइए जानें एक्सपर्ट्स से कि घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए क्या किया जा सकता है?

By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Mon, 22 Nov 2021 12:25 PM (IST)
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घर के अंदर की दूषित हवा को ऐसे रखें साफ, ताकि बीमार न पड़े आप!
नई दिल्ली, रूही परवेज़। Indoor Pollution: भारत के कई देशों में हर साल इस समय प्रदूषण का स्तर ख़तरनाक हो जाता है। इस साल भी दिल्ली और आपसपास के इलाकों में ज़बरदस्त स्मॉग फैला हुआ है। जिससे बीमारियां फैलनी भी शुरू हो जाती है। खासतौर पर कोरोना वायरस महामारी के दौर में सांस से जुड़ी बीमारियां जानलेवा साबित हो सकती हैं। चिंता की बात यह है कि यह स्मॉग घरों में भी घुस जाता है, जिसकी वजह से घर पर रहना भी सुरक्षित नहीं है। घर के बाहर के प्रदूषण का उपाय आपके पास नहीं है, लेकिन घर के अंदर के प्रदूषण को आप कंट्रोल कर सकते हैं। घर के अंदर के वातावरण को साफ रखना हमारे हाथ में है, तो आइए जानें एक्सपर्ट्स से कि घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए क्या किया जा सकता है?

क्यों दूषित हो जाती है घर के अंदर की हवा?

घर के अंदर की हवा हमेशा बाहर की हवा से ख़राब नहीं रह सकती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप हवा की क्वालिटी के बारे में कितने जागरूक हैं और घर और ऑफिसों में इनडोर हवा की क्वालिटी को कैसे बनाए रखते हैं। कभी-कभी कुछ प्रदूषकों की आंतरिक सांद्रता बाहर की तुलना में 4 से 5 गुना ज्यादा होती है। घर या ऑफिस के अंदर की हवा की गुणवत्ता बाहर मौजूद स्मॉग की तुलना में गैस स्टोव, खाना पकाने, चिमनी, सिगरेट का धुंआ, मोल्ड्स, पालतू जानवरों के बाल, रेडॉन, कीटनाशक, पेंट, कालीनों में मौजूद धूल और गंदगी, जैसे प्रदूषकों के कारण बहुत ख़राब हो जाती है। लोग अक्सर सुबह-सुबह खिड़की दरवाज़े खोल देते हैं, जिससे स्मॉग घरों में आ जाता है। इसके अलावा कई लोग घर के अंदर स्मोक करते हैं। काफी लोग किचन के धुएं के लिए चिमनी का इस्तेमाल नहीं करते, साथ ही घर में भी ख़राब वेंटिलेशन हो, तो हवा की क्वालिटी ख़राब ही रहेगी। इसलिए अगर हवा की क्वालिटी को साफ बनाए रखने के बारे में लोगों को जानकारी रहे तो इनडोर की हवा को स्वस्थ रखा जा सकता है।

घर की हवा साफ रखने के लिए क्या करें?

द्वारका के आकाश हेल्थकेयर में पल्मोनोलोजिस्ट, डॉ. अक्षय बुधराजा ने बताया कि घर के हवा को साफ रखने के लिए कुछ बातों का ख्याल रखना होगा। सुबह-सुबह और शाम के समय अपनी खिड़कियां बंद रखें, क्योंकि इस समय प्रदूषण का स्तर हमेशा बढ़ा होता है। घर के किचन में चिमनी का उपयोग ज़रूर करें, ताकि धुंआ घर से बाहर निकल जाए। केमिकल का प्रयोग कम से कम करें। घर में फर्नीचर पॉलिश न करें। अपने जूतों को बाहर रखें, अपने घर और आस-पास को साफ रखें क्योंकि वे ढेर सारी मिट्टी घर में लाते हैं और बेड कवर, रज़ाई, पर्दों की नियमित अंतराल पर धुलाई करें और नम दीवारों की मरम्मत करवाएं। इनडोर प्लांट्स, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।"

गुरुग्राम के पारस हॉस्पिटल, में पल्मोनोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट और डिपार्टमेंट हेड डॉ. अरुणेश कुमार ने कहा, " हम अपने घरों या ऑफिसों के अंदर जिस हवा में सांस लेते हैं, वह बाहर की हवा से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकती है। यह विशेष रूप से ठंड के महीनों के दौरान ज़्यादा देखने को मिलता है। जब हम ठंड के मौसम में दरवाज़े और खिड़कियां खुले रखते हैं, तो प्रदूषण घर के अंदर आ जाता है। इनडोर वायु प्रदूषण स्वास्थ्य पर कई तरह का नकारात्मक प्रभाव डालता है, इन प्रभावों में सिरदर्द, बार-बार सर्दी होना, गले में ख़राश, सांस की समस्याएं, पुरानी खांसी, आंखों में जलन, सुस्ती, त्वचा पर चकत्ते, चक्कर आना और याददाश्त में कमी होना शामिल हैं। घर या ऑफिस के अंदर की हवा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए सुगंधित सफाई उत्पादों के बजाय एरोसोल मुक्त उत्पादों का उपयोग करना अच्छा होता है। इसके अलावा यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से घर के डक्ट और फिल्टर को साफ करना महत्वपूर्ण है, जिससे आपको फिल्टर हुई साफ हवा मिले। साथ ही ऐसे इनडोर पौधों को घर में रखें जो प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर का काम करते हैं। ऐसे पौधे हवा से फॉर्मलाडेहाइड, बेंजीन और ट्राइक्लोरोइथेन को हटाकर इसे ऑक्सीजन से बदल देते हैं। घर के अंदर हवा की गुणवत्ता की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप घर के अंदर एयर प्यूरीफायर भी लगा सकते हैं।