अकेलापन आपको अंदर ही अंदर कर सकता है बीमार, ऐसे करें इस सिचुएशन को हैंडल
अकेलेपन को कभी अस्थायी भावना के तौर पर माना जाता था लेकिन अब यह एक जटिल और गंभीर समस्या बन गई है जिससे दुनियाभर में लाखों लोग जूझ रहे हैं। डिजिटली और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने अकेलेपन को और गंभीर बना दिया है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव और इस गंभीर समस्या से निजात पाने के उपायों पर प्रकाश डालना जरूरी हो गया है।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Tue, 01 Aug 2023 04:03 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। अकेलापन एक ऐसी मानसिक स्थिति है जहां आपके आसपास आपके अलावा कोई और नहीं होता। जिस वजह से लोगों में तनाव, अवसाद जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। लंबे समय तक ये स्थिति बनी रहे, तो इससे दिमाग के साथ सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। लंबे समय तक अकेले या उदास रहने से काॅर्टिसोल लेवल बढ़ सकता है और इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकती है। जो कई सारी समस्याओं को वजह बनता है।
अकेलापन सुनकर आपको शायद लगे कि सुकून भरा होता होगा, जहां किसी की बात को सुनने और सहने की जरूरत नहीं होती, लेकिन इसे डील करना उतना ही मुश्किल होता है। तनाव और एंग्जाइटी में तो अकेलापन और ज्यादा हावी हो जाता है। इसके अलावा, सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्मों पर मौजूद ‘फियर ऑफ मिसिंग आउट’ (एफओएमओ) अकेलेपन की भावना को और बढ़ा सकता है।
अकेलेपन को ऐसे करें दूर
अपने शौक पर फोकस करें
उन चीज़ों को करने में अपना ध्यान लगाएं, जिसे करके आपको खुशी मिलती है फिर चाहे वो डांस हो, कुकिंग, ट्रैवलिंग या एक्सरसाइज। अच्छा होगा कि आप इससे जुड़ा कोई ग्रूप ज्वॉइन करें, जहां आपको और भी लोग मिलेंगे बातचीत करने के लिए। इन एक्टिविटीज से आपको अच्छा फील होगा। आप बिजी रहेंगे जिससे अकेलापन का एहसास नहीं होगा।सेल्फ केयर की मदद लें
अकेलेपन को दूर करने में सेल्फ केयर भी बहुत मददगार साबित हो सकता है। सेल्फ केयर को हो सके कुछ लोग आपका ऑब्सेशन समझ लें, लेकिन ये आप खुद के लिए कर रही हैं, तो दूसरे क्या सोचेंगे इस पर समय व्यर्थ न करें। खुद को पैंपर करें, डाइट पर फोकस करें, रोजाना वर्कआउट करें। स्किन केयर, हेयर केयर इन सारी चीज़ों में खुद को मशगूल रखें। आपको हेल्थ और स्किन पर तो पर्क दिखेगा ही साथ ही मेंटली भी खुश रहेंगे। रात को अच्छी नींद लेने की कोशिश करें।
अकेलेपन की समस्या दूर करने के लिए जागरूक होना जरूरी है। अपनी इस स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर्स की मदद लेने में बिल्कुल भी न शर्माएं।
(Dr. Shradha Malik - Founder-CEO Athena behavioral health से बातचीत पर आधारित)Pic credit- freepik