Western Toilet का गलत इस्तेमाल बना सकता है आपको बीमार, अगर सेहत से है प्यार; तो रखें 4 बातों का ख्याल
आज ऐसा घर ढूंढना थोड़ा मुश्किल है जहां वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल न किया जाता हो लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपको कई गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकता है? जी हां ज्यादातर लोग इसके इस्तेमाल का सही तरीका नहीं जानते हैं और जाने-अनजाने सेहत के लिए मुसीबत (Western Toilet Drawbacks) पैदा कर लेते हैं। आइए जानें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। How To Use Western Toilet Seat: वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करते वक्त अगर आप साफ-सफाई से जुड़ी कुछ बातों का ख्याल नहीं रखते हैं, तो यह सेहत पर बहुत भारी पड़ सकता है। आज इसकी पहुंच सिर्फ महानगरों में ही नहीं, बल्कि छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों तक भी हो चुकी है। इंडियन टॉयलेट के मुकाबले यह बेशक आरामदायक होता है, लेकिन ज्यादातर लोगों को इसका इस्तेमाल करना नहीं आता है, जिससे कई बीमारियों को सीधा न्योता मिल जाता है। अगर आप भी इससे जुड़ी सावधानियों (Western Toilet Ke Nuksaan) से बेखबर हैं, तो आइए आपको इस बारे में प्वाइंट्स में समझाते हैं।
टॉयलेट सीट पर बैठने से पहले क्या करें?
वेस्टर्न टॉयलेट सीट पर आप कुर्सी की तरह सीधे बैठ सकते हैं, ऐसे में यह बुजुर्गों और खासतौर से उन लोगों के लिए काफी आरामदायक साबित होता है, जो जोड़ों के दर्द से जूझ रहे हैं। हालांकि, अगर आप भी बाथरूम में घुसते ही सीधा टॉयलेट सीट पर बैठने के लिए आगे बढ़ जाते हैं, तो ये बेहद गलत है। इसपर बैठने से पहले आपको सीट के इर्द-गिर्द मौजूद नमी यानी पानी के छींटों को पोंछ लेना चाहिए, क्योंकि इससे इन्फेक्शन का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है।यह भी पढ़ें- टॉयलेट सीट से नहीं जा रहे जिद्दी दाग, तो इस तरीके से करें मिनटों में साफ
कैसे करें फ्लश?
मल त्यागने के बाद तो आपको फ्लश करना ही होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीट पर बैठने से पहले भी फ्लश करना काफी जरूरी है। बता दें, इससे आप यूरिन इन्फेक्शन से बच सकते हैं। भले ही टॉयलेट सीट पर्सनल हो या फिर सार्वजनिक, इस गुड हैबिट को अपनाकर आप सेहत का ख्याल रख सकते हैं। इस दौरान ध्यान रखें कि टॉयलेट सीट लिड बंद करके ही फ्लश यूज करें, क्योंकि ऐसे में पानी की छींटों के साथ बड़ी संख्या में बैक्टीरिया के फैलने का जोखिम रहता है।मल त्यागने के बाद साफ कैसे करें?
इन्फेक्शन से बचाव के लिहाज से टिश्यू पेपर के मुकाबले पानी ही ज्यादा बेहतर माना जाता है। मल त्यागने के बाद आप स्प्रे वाले पाइप का इस्तेमाल करें और अच्छे से प्राइवेट पार्ट को साफ कर लें। यह आपकी च्वाइस है कि स्प्रे को आगे की ओर करके यूज करें या फिर पीछे की तरफ से।