Hypertension In Children: हाइपरटेंशन का कारण बन सकता है परीक्षा का तनाव, जानें इसके लक्षण और इससे बचाव
हाइपरटेंशन इन दिनों बच्चों में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों में इसकी पहचान कर उन्हें इससे बचाएं। हाल ही में पीएम मोदी ने भी परीक्षा पे चर्चा के दौरान बच्चों में होने वाले तनाव पर बात की।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 29 Jan 2023 11:45 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Hypertension In Children: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में स्कूलों के बच्चों से अपने संवाद कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' के जरिए रूबरू हुए। 27 जनवरी को आयोजित हुए परीक्षा पे चर्चा के छठे संस्करण के दौरान पीएम ने बच्चों के कई सारे सवालों के जवाब दिए। इस दौरान एक स्टूडेंट ने परीक्षा के वजह से होने वाले तनाव से जुड़ा एक सवाल पूछा। इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने बच्चों को माइक्रो मैनेजमेंट से काम करने की सलाह दी। परीक्षा के दौरान तनाव होना एक आम समस्या है, जिससे लगभग हर बच्चा परेशान रहता है। परीक्षा बच्चों में हाइपरटेंशन का एक बड़ा कारण है। ऐसे में इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आज जानेंगे बच्चों में हाइपरटेंशन के लक्षण और इसके बचाव के बारे में-
बच्चों में हाइपरटेंशन
इन दिनों हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। हैरान करने वाली बात यह है कि आजकल सिर्फ बड़े ही बच्चों में भी यह समस्या काफी देखने को मिल रही है। एक रिसर्च के मुताबिक भारत में 10 से 12 वर्ष की उम्र के 35 फीसदी बच्चे और 13 साल के ऊपर के 25 प्रतिशत बच्चे हाइपरटेंशन का शिकार है। जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) के अनुसार देश में हर 3 या 4 बच्चों में से 1 बच्चा हाई ब्लड प्रेशर की चपेट में है। अगर 13 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों में बीपी 130/80 से ऊपर है, तो इसे हाइपरटेंशन माना जाता है।
बच्चों में हाइपरटेंशन के लक्षण
हाइपरटेंशन एक गंभीर समस्या है, जो आगे चलकर बच्चों में स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और किडनी डिजीज का कारण भी बन सकती हैं। ऐसे में समय रहते इसकी पहचान और इससे बचाव जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी समस्या है, जिसके सामान्य तौर पर कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। खासतौर पर बच्चों में उच्च रक्तचाप के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं। लेकिन ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव के कुछ प्रमुख और सामान्य लक्षण है, जिससे आप बच्चों में इसकी पहचान कर सकते हैं। अगर आपके बच्चों में भी यह लक्षण नजर आ रहे हैं, तो यह हाइपरटेंशन हो सकता है।- सांस लेने में समस्या
- अधिक पसीना आना
- छाती और पेट में दर्द
- लगातार सिरदर्द रहना
- जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ना
- दिल की धड़कन का तेज होना
- आंखों की रोशनी कमजोर होना
- नाक बंद, चक्कर या फिर उल्टी
बच्चों में हाइपरटेंशन के कारण
बच्चों में हाइपरटेंशन की समस्या कई वजहों से हो सकती है। परीक्षा के तनाव के अलावा अन्य ऐसे कई कारक हैं, जो बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन सकते हैं। निम्न कारणों से भी बच्चे हाइपरटेंशन का शिकार हो सकते हैं।
- आनुवांशिकता
- बढ़ा हुआ वजन
- पोषक तत्वों की कमी
- शारीरिक असक्रियता
- हाई कॉलेस्ट्रॉल
- हृदय में आयॉर्टा सामान्य के मुकाबले ज्यादा संकुचित होना
हाइपरटेंशन से बच्चों का ऐसे करें बचाव
परीक्षा पे चर्चा के दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परीक्षा के दिनों में डिजिटल उपवास जरूरी है। इसी तरह आप कुछ अन्य बातों को ध्यान रखकर अपने बच्चों को इस समस्या से दूर रख सकते हैं।- मोटापा हाई ब्लड प्रेशर का एक प्रमुख कारक है। ऐसे में कोशिश करें कि हाइपरटेंशन से बचने के लिए वजन को नियंत्रित रखें।
- बच्चों में हाइपरटेंशन को कंट्रोल करने के लिए उनकी जीवनशैली में हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज शामिल करें।
- अक्सर परीक्षा के तनाव की वजह से भी बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है। ऐसे में बच्चों पर जरूरत से ज्यादा दबाव न डालें।
- साथ ही बच्चों में परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने का भी दवाब रहता है। ऐसे में अपने बच्चों से जरूरत से ज्यादा उम्मीद न रखें।
- हाई साल्ट स्नैक्स जैसे चिप्स, बर्गर, पिज्जा से दूरी बनाएं, ताकि परीक्षा का स्ट्रेस और हाइपरटेंशन पढ़ाई और सेहत में बाधा न डालें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।Picture Courtesy: Freepik