क्या सामान्य नमक से ज्यादा सेहतमंद है सेंधा नमक, जानें क्या कहती है ICMR की गाइडलाइन्स
नमक हमारे खानपान का एक अहम हिस्सा है। इसके बिना लगभग हर व्यंजन बेस्वाद लगता है। हालांकि ज्यादा मात्रा में नमक सेहत बिगाड़ सकता है। इसलिए कई लोग सामान्य नमक की जगह अपनी डाइट में काला या सेंधा नमक शामिल करते हैं लेकिन ICMR ने हाल ही में गाइडलाइन जारी कर बताया कि सभी नमक का सेवन नियंत्रित किया जाना चाहिए क्योंकि उनमें सोडियम की मात्रा एक जैसी होती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जरूरत से ज्यादा नमक हमारी सेहत के लिए हानिकारक होता है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स भी हमेशा सीमित मात्रा में नमक खाने की सलाह देते हैं। खुद डब्ल्यूएचओ ने भी ज्यादा नमक से होने वाले नुकसानों को लेकर चेतावनी जारी की थी। इसी क्रम में अब हाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने नमक के सेवन को लेकर गाइडलाइन्स जारी की है।
अक्सर नमक से होने वाले नुकसानों से बचने के लिए लोग दूसरे तरह के नमक जैसे काला या सेंधा नमक का इस्तेमाल करने लगते हैं। हालांकि, इन सभी नमक का ज्यादा सेवन भी हानिकारक ही होता है। अपनी हालिया गाइडलाइन्स में ICMR ने इसी बात पर जोर दिया हैं। उन्होंने बताया कि सभी प्रकार के नमक के इनटेक को नियंत्रित किया जाना चाहिए क्योंकि उनमें सोडियम की मात्रा एक जैसी होती है। विस्तार में जानते हैं इस गाइडलाइन्स के बारे में-
यह भी पढ़ें- अदरक की चाय ही नहीं इसका जूस भी है फायदेमंद, खाली पेट पीने से मिलेंगे ये 6 फायदे
क्यों बेहतर है सेंधा या काला नमक
सेंधा नमक और काला नमक को पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और मैंगनीज जैसे ज्यादा मिनरल की मौजूदगी के कारण टेबल सॉल्ट या सामान्य नमक की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। सफेद नमक के विपरीत, सेंधा नमक को रिफाइंड नहीं किया जाता है और यह अपने शुद्ध क्रिस्टल रूप में मौजूद होता है।
क्या इन नमक का ज्यादा इनटेक सही है?
ICMR की गाइडलाइन्स के मुताबिक सेंधा और काले नमक को उनके रंग, बनावट और गंध से आसानी से पहचाना जा सकता है। सेंधा नमक, नमक के सबसे शुद्ध रूपों में से एक है। हालांकि, नमक की विविधता के बावजूद, इनका सेवन सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए, क्योंकि उनमें सोडियम की मात्रा लगभग समान होती है।ज्यादा नमक खाने के नुकसान
- ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
- अत्यधिक नमक का सेवन पेट के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है और गैस्ट्रिक कैंसर का कारण बन सकता है।
- ब्लड प्रेशर बढ़ाने के अलावा अत्यधिक नमक पेट की श्लेष्मा झिल्ली को भी प्रभावित कर सकता है और गैस्ट्रिटिस, एट्रोफी और गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
- आईसीएमआर के अनुसार ज्यादा सोडियम हमारी हड्डियों की डेंसिटी को कम करके उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि इस कंपाउंड के हाई लेवल से अधिक ज्यादा कैल्शियम एक्सक्रीशन हो सकता है।