Stroke: बढ़ते तापमान में आसानी से बन सकते हैं ब्रेन स्ट्रोक का शिकार, एक्सपर्ट से जानें कैसे करें इससे बचाव
एक स्टडी में सामने आया है कि तापमान ज्यादा बढ़ने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। ब्रेन स्ट्रोक में दिमाग के सेल्स तक ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुंच पाती है। इस वजह से जान जाने का खतरा भी रहता है। इसलिए गर्मी में स्ट्रोक के खतरे को कैसे कम कर सकते हैं इस बारे में जानने के लिए हमने हेल्थ एक्सपर्ट से बात की।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में न्यूरोलॉजी जर्नल में पब्लिश हुई एक स्टडी से यह पता चला है कि तापमान ज्यादा या कम होने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक (Stroke) का खतरा काफी बढ़ जाता है। इस स्टडी के मुताबिक, 1990 के बाद से तापमान ज्यादा या कम होने की वजह से स्ट्रोक के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का बड़ा हाथ है। इसलिए बढ़ती गर्मी (High Temperature) को देखते हुए यह स्टडी काफी महत्वपूर्ण हो सकती है।
इसलिए इस बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए हमने मेट्रो अस्पताल की वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट और निदेशक, डॉ. सोनिया लाल गुप्ता से बात की। उन्होंने हमें बताया कि क्यों बढ़ते तापमान की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है और इससे बचाव करने के लिए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं, उन्होंने क्या जानकारी दी।
क्यों गर्मी में बढ़ता है स्ट्रोक का खतरा?
डॉ. सोनिया लाल गुप्ता ने बताया कि गर्मी की वजह से, बॉडी भीतरी तापमान को नियंत्रित करने के लिए स्वेटिंग करती है यानी पसीना आता है। हालांकि, तापमान बहुत अधिक होने पर बॉडी के लिए खुद को ठंडा रखना काफी मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से ब्लड थिक होने लगता है, जिसे हाइपरकोएगुएबल स्टेट कहा जाता है। इस कंडिशन में ब्लड क्लॉट बनने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है, जिस वजह से स्ट्रोक का जोखिम बढ़ता है। इसलिए खुद को ठंडा रखना और गर्मी से बचाना बेहद महत्वपूर्ण होता है।यह भी पढें: बचपन में फिजिकल एक्टिविटी की कमी के हो सकते हैं गंभीर परिणाम, जानें क्या कहती है नई स्टडी
कैसे कर सकते हैं ब्रेन स्ट्रोक से बचाव?
खान-पान का ख्याल रखना जरूरी है
स्ट्रोक के खतरे को कम करने के बारे में बात करते हुए डॉ. गुप्ता ने बताया कि बढ़ते तापमान में खुद को हाइड्रेटेड रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसलिए भरपूर मात्रा में पानी, जूस, नारियल पानी, खीरा, ककड़ी, तरबूज आदि को अपनी डाइट का अहम हिस्सा बनाएं। इन फूड्स में पानी भरपूर मात्रा में होता है, जिससे बॉडी के इलेक्ट्रोलाइट्स भी बैलेंस होते हैं और शरीर में पानी की कमी नहीं होती है।
साथ ही, अपनी डाइट का खास ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है। अपनी डाइट में तला-भुना खाना कम से कम शामिल करें। प्रोसेस्ड और जंक फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और साथ ही, पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए अपनी डाइट में फाइबर, सीजनल सब्जियां और फल, दही आदि को शामिल करें।