Insomnia: क्या करवटें बदलने में निकल जाती है आपकी रात, तो सुकून की नींद के लिए रोज करना होगा यह एक काम
नींद न आने की समस्या से काफी लोग पीड़ित हैं। इसकी वजह से सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों के बेहतर विकास और सेहत के लिए भी अच्छी नींद लेना जरूरी है। इनसोम्निया से जुड़ी एक स्टडी में सामने आया है कि एक्सरसाइज और स्लीप के बीच काफी गहरा रिश्ता है। आइए जानते हैं कैसे एक्सरसाइज नींद को प्रभावित करती है और क्यों अच्छी नींद आवश्यक है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Insomnia: क्या आप भी रातभर करवटें बदलते रहते हैं? अगर हां, तो आप अकेले नहीं है। नींद न आने की समस्या आजकल काफी आम हो गई है और इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण हमारी बदलती लाइफस्टाइल है। हमारे दिन का ज्यादातर समय कमप्यूटर या स्मार्ट फोन के सामने बीतता है। इसके कारण हमारी फिजिकल एक्टिविटी बस नाम मात्र की ही हो पाती है।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी की वजह से भी आप इनसोम्निया, यानी नींद न आने की समस्या का शिकार हो सकते हैं। हाल ही में आई एक ताजा स्टडी में भी नींद और एक्सरसाइज के बीच का कनेक्शन सामने आया है। आइए जानते हैं कि क्या कहती है यह स्टडी।
क्या पाया गया स्टडी में?
नेचर साइंटिफिक रिपोर्ट में पब्लिश हुई इस स्टडी में 82 युवाओं को शामिल किया गया और उनकी रोजमर्रा की एक्टिविटी को मॉनिटर किया गया। इसमें उनकी हार्ट रेट, स्लीप स्टेज, उनका मूड और सेहत से जुड़ी अन्य बातों को रिकॉर्ड किया। इस डाटा की मदद से शोधकर्ताओं ने उन लोगों की नींद और फिजिकल एक्टिविटी का विश्लेषण किया।इस डाटा का विश्लेषण करने के बाद पाया गया कि किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और तनाव भी कम होता है। जिसके कारण व्यक्ति बेहतर नींद ले पाता है और इनसोम्निया की समस्या कम होती है।
अच्छी नींद लेना सेहत के लिए बेहद आवश्यक होता है। सोते वक्त हमारा शरीर सिर्फ आराम नहीं करता बल्कि रिकवर भी करता है। इसलिए नींद पूरी न होने की वजह से कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, चिड़चिड़ाहट, गुस्सा आना, काम पर फोकस न कर पाना, जैसी कई परेशानियां रोज के जीवन को भी प्रभावित करती हैं।
क्यों अच्छी नींद लेना है जरूरी?
NIH के मुताबिक, अच्छी नींद लेने से सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने में मदद मिलती है, जैसे-
- अच्छी नींद की वजह से हार्मोन लेवल संतुलित रहता है, जिसमें घेरलिन और लेप्टिन भी शामिल हैं, जिनकी वजह से भूख लगने और पेट भरने का एहसास होता है। इससे आप ओवर ईटिंग की समस्या से बचाव हो सकता है।
- नींद हमारे इंंसुलिन लेवल को प्रभावित करता है। इसलिए नींद पूरी न होने की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और डायबिटीज का खतरा भी रहता है।
- नींद पूरी होने और अच्छी गुणवत्ता से दिल की बीमारियों, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और मोटापे से बचाव होता है।
- नींद का असर आपके इम्यून सिस्टम पर भी होता है। इसलिए नींद पूरी न होने की वजह से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिसके कारण मामूली इन्फेक्शन से भी लड़ने में काफी तकलीफ होती है।
- नींद हार्ट और ब्लड वेसल्स को हील और रिपेयर करता है।
- बच्चों और टीनेजर्स के लिए नींद बेहद महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इस दौरान ग्रोथ हार्मोन रीलिज होते हैं, जिससे बच्चों के विकास में मदद मिलती है।