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बिना डॉक्टर से पूछे Abortion Pills लेना हो सकता है खतरनाक, जान जाने का भी रहता है रिस्क

हर साल 28 सितंबर को International Safe Abortion Day मनाया जाता है। इस दिन सुरक्षित अबॉर्शन के हक के बारे में लोगों को जागरूक बनाने की कोशिश की जाती है। हालांकि कई महिलाएं बिना डॉक्टर के पास जाए खुद से अबॉर्शन पिल्स ले लेती है। लेकिन ऐसा करना खतरनाक (Abortion Pills Side Effects) हो सकता है। आइए जानें खुद से अबॉर्शन पिल्स लेने के क्या नुकसान हो सकते हैं।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Sat, 28 Sep 2024 09:17 AM (IST)
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कितना सुरक्षित है खुद से Abortion Pills लेना? (Picture Courtesy: Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Abortion Pills Side Effects: अबॉर्शन अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण फैसला होता है, जो महिला के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। हर साल 28 सितंबर को इंटरनेशनल सेफ अबॉर्शन डे (International Safe Abortion Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद है कि दुनियाभर में महिलाओं को सुरक्षित अबॉर्शन केयर और राइट मिल सके। ये उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत, दोनों के लिए बेहद जरूरी है।

असुरक्षित अबॉर्शन की वजह से हर साल हजारों महिलाएं अपनी जान गंवा देती हैं। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह लिए कभी भी अबॉर्शन पिल्स (Abortion Pills) लेने की भूल नहीं करनी चाहिए (Is It Safe To Take Abortion Pills)। ऐसा करने के कई खतरनाक नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। इस आर्टिकल में हम इसी बारे में जानेंगे कि बिना डॉक्टर से सलाह लिए अबॉर्शन पिल्स लेने के क्या नुकसान (Abortion Pills Side Effects) हो सकते हैं।

इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. गीतांजलि (नित्यश्री हेल्थकेयर, स्त्रीरोग एवं प्रसुति विशेषज्ञ) और डॉ. साधना गुप्ता ( FOGSI-Manyata Initiative Member और स्त्रीरोग एवं प्रसुति विशेषज्ञ) से बात की। आइए जानें उन्होंने इस बारे में क्या बताया।

डॉ. गीतांजली ने बताया कि ओवर-द-काउंटर अबॉर्शन की गोलियां (Abortion Pills) लेना आजकल की पीढ़ी में काफी आम बात हो गई है। खासकर किशोरियों और कॉलेज जाने वाली बच्चियों में। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि खुद से भी Mifepristone और Misoprostol लेना असरदार होता है, लेकिन इसके साथ कई रिस्क भी जुड़े होते हैं।

वहीं डॉ. गुप्ता ने बताया कि MTP Act of India, के तरह प्रेग्नेंसी के 20वें हफ्ते तक गर्भपात करना कानूनी तौर पर जायज है, लेकिन खुद से अबॉर्शन पिल्स लेने से सेहत को काफी नुकसान पहुंच सकता है। UFPA की रिपोर्ट के मुताबिक, हर दिन लगभग 8 महिलाएं की असुरक्षित गर्भपात के कारण मौत हो जाती है। इसलिए इसके बारे में सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है।

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बिना डॉक्टर की सलाह लिए अबॉर्शन पिल्स के नुकसान

  • अबॉर्शन पिल्स (Abortion Pills) को सही मात्रा में और सही समय पर लेना जरूरी है, जो सिर्फ डॉक्टर ही बता सकते हैं। खुद से पिल्स लेने पर खतरा रहता है कि दवा की खुराक गलत हो, जिसके कारण संभावना रहती है कि अधूरा गर्भपात हो या ज्यादा ब्लीडिंग होने लगे। कुछ मामलों में ब्लीडिंग इतनी बढ़ सकती है कि खून चढ़ाने की नौबत तक आ सकती है या सर्जरी भी करवानी पड़ सकती है।
  • अधूरे गर्भपात के कारण या यूटेरस के बाहर प्रेग्नेंसी (एक्टोपिक प्रेग्नेंसी) के मामले में इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इसे सेप्टिक अबॉर्शन कहा जाता है। इसके कारण तेज बुखार, पेट दर्द, वजाइनल डिसचार्ज से दुर्गंध जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। ये जानलेवा भी साबित हो सकता है।
  • अबॉर्शन के बाद भी काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। अबॉर्शन पिल्स लेने के बाद समान्य तौर पर पेट दर्द, मितली और ब्लीडिंग होती है। लेकिन ऐसा अबॉर्शन पिल्स (Abortion Pills) के दुष्परिणामों की वजह से हो रहा है या ये नॉर्मल है, बिना डॉक्टर से बात किए नहीं पता किया जा सकता। इसलिए अबॉर्शन के बाद उचित देखभाल न होने के कई खतरनाक नतीजे हो सकते हैं।

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