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International Yoga Day 2023: बालों से लेकर स्किन तक की समस्या दूर करेगा आसनों का राजा 'शीर्षासन'

International Yoga Day 2023 योग में ऐसे कई आसन हैं जिन्हें करने से आप लंबे समय तक स्वस्थ और जवां बने रह सकते हैं इन्हीं में से एक है शीर्षासन जिसे आसनों का राजा कहा जाता है। तो आइए जानते हैं इसके फायदे।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Wed, 21 Jun 2023 09:12 AM (IST)
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International Yoga Day 2023: शरीर के साथ स्किन और बालों के लिए फायदेमंद है शीर्षासन

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। International Yoga Day 2023: योग की दुनिया में 'शीर्षासन' को 'आसनों का राजा' कहा जाता है क्योंकि इसका नियमित अभ्यास आपको सिर से लेकर पैर तक फायदा पहुंचाता है। इस आसन को करते वक्त सिर नीचे और पैर ऊपर की तरफ होता है। जिससे ब्लड का सर्कुलेशन पैर से सिर की ओर होता है, जिस वजह से पैर, पेट, बाल और स्किन से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं। इतना ही नहीं मस्तिष्क की तरफ खून के बेहतर प्रवाह से सिरदर्द, तनाव और अवसाद के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जानें इसके अनेकों फायदे।

शीर्षासन करने के फायदे

1. चेहरे पर आता है निखार

शीर्षासन करते वक्त शरीर में खून का बहाव चेहरे और दिमाग की तरफ ज्यादा होता है। जिससे चेहरे की चमक बढ़ती है और बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।

2. तनाव होता है कम

शीर्षासन को रोजाना करने से तनाव, अवसाद के लक्षण से निपटने में भी मदद मिलती है। इस आसन को करते वक्त धीरे-धीरे गहरी सांस लेते रहें, तनाव छूमंतर हो जाएगा।

3. बालों का झड़ना होता है दूर

शीर्षासन करने से सिर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से होता है। जिससे सिर में पोषण और ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से हो पाती है। हेयर फॉलिकल को पर्याप्त पोषण मिलने से बालों के झड़ने की समस्या दूर होती है। 

4. सुधरता है पाचन

रोजाना शीर्षासन के अभ्यास से गैस की प्रॉब्लम नहीं होती है और पाचन अंगों में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से होता है। कब्ज की समस्या को दूर करने में भी यह आसन बहुत फायदेमंद होता है। 

5. कंधे व हाथ होते हैं मजबूत 

सिर के बल किए जाने वाले इस आसन को रोजाना करने से हाथ और कंधे मजबूती होते हैं। इसके साथ ही सिर, गर्दन और पीठ की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। 

शीर्षासन से जुड़ी सावधानी 

- शीर्षासन का अभ्यास शुरू में एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए।

- हाई ब्लड प्रेशर, ग्लूकोमा डायबिटीज, स्ट्रोक व हार्ट डिजीज के मरीज इस आसन को ना करें।

- गर्दन व रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या हो या फिर ऑस्टियोपोरोसिस की प्रॉब्लम होने पर भी इस आसन को न करें।

- प्रेग्नेंसी में भी इस आसन को करना अवॉयड करें।