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Intimate Hygiene: वजाइनल इन्फेक्शन के जोखिम को करना चाहते हैं कम, तो इस तरह रखें इंटिमेट हाइजीन का ख्याल

इंटीमेट एरिया की हाइजीन आपकी पूरी हेल्थ को प्रभावित करती है। हाइजीन का ध्यान न रखने की वजह से इन्फेक्शन ड्राईनेस आदि जैसी परेशानियां हो सकती हैं। हालांकि कई बार हाइजीन के चक्कर में हम कई गलतियां भी करते हैं जो हमारे वजाइना के लिए नुकसानदेह होते हैं। इसलिए इंटीमेट हाइजीन के बारे में कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। जानें कैसे रखें अपनी इंटीमेट हाइजीन का ख्याल।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 19 Nov 2023 12:49 PM (IST)
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इन टिप्स की मदद रख सकते हैं अपने प्राइवेट पार्ट्स को साफ
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Intimate Hygiene: इंटीमेट एरिया का हाइजीन महिलाओं की सेहत के लिए बहुत आवश्यक होता है। इंटीमेट एरिया में गंदगी की वजह से महिलाओं को कई समस्याएं हो सकती हैं। इस एरिया को साफ-सुथरा रखने से बैक्टीरियल इन्फेक्शन, फंगल इन्फेक्शन, ड्राईनेस, खुजली, यूटीआई (UTI) जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए वल्वा (प्राइवेट पार्ट का बाहरी हिस्सा) और उसके आस-पास के एरिया का हाइजीन मेंटेन करना बहुत जरूरी है। हालांकि, कई बार साफ और फ्रेश महसूस करने के लिए हम कई गलत प्रैक्टीसेज भी अपनाते हैं, जो आपकी वजाइनल हेल्थ के लिए काफी नुकसानदेह हो सकते हैं। आइए जानते हैं, इन्टीमेट हाइजीन का ख्याल रखते समय किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

साफ करें

आपकी वजाइना खुद को साफ कर सकती है। वजाइना का पीएच एसिडिक होता है, जो वहां के माइक्रोबायोम के लिए बहुत जरूरी होता है। साबुन आदि के इस्तेमाल से यहां का पीएच असंतुलित हो सकता है, जिस वजह से वजाइना में इन्फेक्शन हो सकता है। साबुन या अन्य वजाइनल वॉश में केमिल्स होते हैं और उनका पीएच भी हाई होता है। इसलिए, सिर्फ पानी से वल्वा और आस-पास के एरिया को साफ करें। वजाइना के अंदर, साफ करने  के लिए कुछ भी न डालें।

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सही अंडरवियर चुनें

अंडरवियर चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसका साइज सही हो, वह टाइट या लूज न हो। टाइट अंडरवियर की वजह से इंटीमेट एरिया में खुजली होने की समस्या हो सकती है। साथ ही, टाइट अंडरवियर में पसीना अधिक आता है, जो फंगल इन्फेक्शन की वजह बन सकता है। इसके अलावा, अपनी अंडरवियर के कपड़े का चयन भी सोच-समझ कर करें। कॉटन का कपड़ा सबसे बेहतर ऑप्शन है, लेकिन अब मार्केट में और भी कई ऐसे विकल्प हैं, जो काफी आरामदेह होते हैं। आप उनमें से भी अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं।

मेंस्ट्रुअल हाइजीन का ख्याल रखें

पीरियड्स के दौरान, एक ही पैड को बहुत देर तक इस्तेमाल न करें। हर 6 घंटे पर पैड बदलें। अगर आप टैम्पॉन या मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें भी समय पर बदलें। ऐसा न करने से इन्फेक्शन होने का जोखिम रहता है। साथ ही, गंदे हाथों से अपने इंटीमेट एरिया को न छुएं। इससे भी इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है।

वाइप करने की सही तकनीक

यूरीन के बाद, वाइप करना जरूरी है। इसके लिए पानी और टॉइलेट पेपर का इस्तेमाल करें। यूरीन के ड्रॉप्स की वजह से इन्फेक्शन हो सकता है, इसलिए टॉइलेट जाने के बाद वाइप करना बहुत जरूरी है। साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि वाइप आगे से पीछे की तरफ करें, ताकि एनस के जर्म्स वजाइना तक न पहुंच पाएं।

परफ्यूम का इस्तेमाल न करें

वजाइना की स्मेल दूर करने के लिए परफ्यूम, पाउडर, खुशबू वाले साबुन आदि का इस्तेमाल न करें। इससे आपके वजाइना का पीएच बिगड़ सकता है।

हेल्दी डाइट

आपकी डाइट का असर आपकी वजाइनल हेल्थ पर भी पड़ता है। इसलिए, हेल्दी डाइट अपनाएं। दही, क्रैनबेरी, बेरीज, होल ग्रेन, अनार, हरी सब्जियां आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही, पानी भी भरपूर मात्रा में पीएं। पानी की कमी की वजह से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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Picture Courtesy: Freepik