प्रोटीन का बेहतरीन खजाना काबुली चना है हाई ब्लड प्रेशर से लेकर कब्ज जैसे कई रोगों का इलाज
भटूरे के साथ हो या कुलचे के साथ छोले का स्वाद ज्यादातर लोगों को पसंद होता है लेकिन क्या आप जानते छोले बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला काबुली चना सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है?
By Priyanka SinghEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 09:54 AM (IST)
बात जब प्रोटीन रिच डाइट की होती है तो उसमें काबुली चना जरूर शामिल होता है क्योंकि ये आसानी से उपलब्ध और बनने वाला बहुत ही जायकेदार ऑप्शन है। जिसे आप कई तरीकों से खा सकते हैं। छोले के अलावा आप टिक्की, सैलेड, हमस जैसे कई ऑप्शन्स हैं जो किसी भी तरह से नुकसानदायक नहीं और वेजिटेरियन्स के लिए तो कहा जाए तो ये बहुत ही अच्छा ऑप्शन हैं। इसके न्यूट्रिशन वैल्यू के बारे में पहले जान लेते हैं, तो आपको बता दें प्रति 100 ग्राम काबुली चने में...
लगभग 269 कैलोरी, 4 ग्राम फैट, 34-45 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स, 9-12 ग्राम फाइबर, 6-7 ग्राम शुगर, 10-15 ग्राम प्रोटीन होता है। बॉडी को जरूरी मात्रा में प्रोटीन प्रदान करने के साथ और काबुली चना किस तरह से सेहत के लिए है हेल्दी, इस पर भी जरा गौर कर लें।
ब्लड प्रेशर करता है कंट्रोलजी हां, काबुली चने को अपनी डाइट में शामिल कर आप आसानी से बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के लिए आपको रोज़ाना लगभग 4700 मिग्रा पोटैशियम की जरूरत होती है। तो एक कप काबुली चने से आपको 474 मिग्रा पोटैशियम मिल जाता है।
नियंत्रित रखता है ब्लड शुगर डायबिटीज़ कई रोगों की जड़ है तो इसे कंट्रोल में रखने के लिए काबुली चने का अलग-अलग तरीकों से सेवन करें। एक कप काबुली चने में 12.5 ग्राम फाइबर होता है, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहद फायदेमंद है।सुधारता है डाइजेशनकाबुली चने में सॉल्यूबल फाइबर होते हैं जो डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए अच्छा होते हैं। पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ ही ये बॉडी के टॉक्सिन्स को भी रिमूव करने में मदद करता है।
मजबूत हड्डियों के साथ हीमोग्लोबिन बढ़ाने में भी फायदेमंदआयरन, कैल्शियम, विटामिन सी, ए, ई, फोलेट, एंटीऑक्सीडेंट्स और भी कई तरह के न्यूट्रिशन से भरपूर काबुली चना हड्डियों की हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इतना ही नहीं इसके पर्याप्त मात्रा लेकर आप एनीमिया की परेशानी से भी बचे रह सकते हैं। Pic credit- freepik