Kiss Day 2023: इन गंभीर बीमारियों की भी वजह बन सकता है किस करना, जान लें इनके बारे में
Kiss Day 2023 किस करना वैसे तो सेहत के लिए फायदेमंद बताया गया है क्योंकि इससे हैप्पी हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं जो तनाव कम करने का काम करते हैं लेकिन वहीं दूसरी ओर किस करने से कई तरह के संक्रमण फैलने का भी खतरा रहता है जानें इसके बारे में।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 13 Feb 2023 10:12 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Kiss Day 2023: वैलेंटाइन डे का सातवें दिन यानी 13 फरवरी किस डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। जब एक-दूसरे को चाहने वाले लोग किस करके अपना प्यार जाहिर करते हैं। किस अपनी फिलिंग एक्सप्रेस करने का भी बेहतरीन जरिया होता है। किस करना फिजिकल के साथ दिमाग के लिए भी कई तरह से हेल्दी होता है। किस करने से आपका दिमाग ऑक्सीटोसिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे केमिकल्स को रिलीज करता है, जो हैप्पी हॉर्मोन हैं इससे आपका मूड अच्छा रहता है वहीं कोर्टिसोल का लेवल कम होता है जो तनाव बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।किस करने के फायदों के बारे में तो आपने जान लिया लेकिन क्या आप इससे होने वाले नुकसान से वाकिफ हैं? अगर नहीं, तो आइए जान लेते हैं उनके बारे में भी।
किस से रिलेटेड कुछ रिसर्च भी सामने आई हैं जो इस बात की पुष्टि करती हैं कि किस करने से 8 करोड़ बैक्टीरिया का आदान-प्रदान होता है, जिससे कुछ मामलों में हमारे बॉडी के लिए अच्छे होते हैं तो कुछ मामलों में नुकसानदायक। इनसे कई तरह के संक्रमण होने का खतरा रहता है, जिसमें शामिल हैं:-
1. हर्पीज (Herpes)
हर्पीस सिम्प्लेक्स नामक वायरस की वजह से होने वाला एक संक्रामक रोग है। जो बाहरी जननांगों और शरीर के अन्य हिस्से की त्वचा को प्रभावित करता है। हर्पीस संक्रमण होने पर जननांगो और शरीर के अन्य हिस्सों में खुजली वाले दर्द के साथ फफोले, दाद या घाव हो जाते हैं। जो आते-जाते रहते हैं। यह इंफेक्शन चुंबन, सामान्य चीज़ों जैसे टूथब्रश, बर्तन या संभोग आदि के माध्यम से फैलता है।2. सिफलिस (Syphilis)
सिफलिस एक तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो ट्रेपोनिमा पैलिडम (Treponema pallidum) नामक बैक्टीरिया के कारण फैलता है। यह संक्रमण किस या सैक्सुअल एक्टिविटीज की वजह से फैलता है। इस बीमारी में त्वचा पर बिना दर्द वाले छाले नजर आते हैं। जो जननांगों, मलाशय और यहां तक की होंठ और मुंह में भी हो सकते हैं। समय रहते इस बीमारी का पता लग जाने पर इलाज करना आसान है। लेकिन, इलाज न मिलने पर, सिफलिस दिमाग, नर्वस सिस्टम और हार्ट सहित अन्य दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकता है।
3. साइटोमेगालोवायरस
साइटोमेगालोवायरस या सीएमवी एक सामान्य वायरस है। हालांकि, यह आमतौर पर स्वस्थ लोगों के लिए समस्या का कारण नहीं बनता, लेकिन कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों पर इसके गंभीर प्रभाव हो सकते हैं। ऐसा देखा गया है कि एक बार ये वायरस किसी व्यक्ति को संक्रमित करता है, तो यह वायरस जीवनभर उसके शरीर में रहता है। यह संक्रमित व्यक्ति के रक्त, लार, मूत्र या शरीर के अन्य तरल पदार्थों से फैलता है।Pic credit- freepik