एंग्जायटी (Anxiety)
इन दिनों लगातार बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से लोग कई तरह की समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। एंग्जायटी इन्हीं समस्या में से एक है जिससे आजकल कई लोग परेशान हैं। तो चलिए जानते हैं क्या है एंग्जायटी और इससे जुड़ी सभी जरूरी बातें-
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 08 May 2023 11:24 PM (IST)
एंग्जायटी यानी चिंता हमारे जीवन का एक सामान्य हिस्सा है। बहुत से लोग स्वास्थ्य, धन या पारिवारिक समस्याओं आदि को लेकर चिंता करते हैं। यह आने वाले समय के बारे में भय या आशंका की भावना हो सकती है। उदाहरण के लिए, नौकरी के लिए इंटरव्यू में जाने या स्कूल के पहले दिन भाषण देने से कुछ लोगों को डर और घबराहट हो सकती है, क्योंकि यह शरीर की तनाव के प्रति स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। लेकिन अगर आपकी एंग्जायटी करीब 6 महीने तक रहती हैं और आपके जीवन में और रोजमर्रा की गतिविधियों में हस्तक्षेप कर रही हैं, तो आपको एंग्जायटी डिसऑर्डर हो सकता है।
एंग्जायटी डिसऑर्डर क्या है
किसी नई जगह पर जाने, नया काम शुरू करने या परीक्षा देने को लेकर चिंतित होना सामान्य है। इस प्रकार की चिंता आपको कड़ी मेहनत करने और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित कर सकती है। सामान्य एंग्जायटी एक भावना है, जो आती है और फिर चली जाती भी है, लेकिन यह आपके रोज के कामों में बाधा नहीं बनती है।लेकिन इसके विपरीत एंग्जायटी डिसऑर्डर के मामले में, डर की भावना हर समय आपके अंदर रहती है। यह भावना इतनी प्रबल होती है कि कभी-कभी कमजोर भी बना देती है। इस तरह की भावना आपको उन चीजों को करने से रोक सकती है, जिन्हें आप काफी आसानी से कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, एंग्जायटी डिसऑर्डर आपको लिफ्ट में जाने,सड़क पार करने और यहां तक कि अपना घर छोड़ने से भी रोक सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह और भी बदतर होती जाती है।
एंग्जायटी डिसऑर्डर के प्रकार
- पैनिक डिसऑर्डर- अगर आप एंग्जायटी के इस डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, तो किसी भी असामान्य स्थिति में पैनिक अटैक का अनुभव करते हैं।
- फोबिया- फोबिया किसी खास चीज,हालात, जगह या गतिविधि को लेकर अत्यधिक भय की भावना होती है।
- सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर- इस डिसऑर्डर में व्यक्ति को सामाजिक स्थितियों में दूसरों द्वारा जज किए जाने का अत्यधिक भय होता है।
- ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर (OCD)- अगर किसी व्यक्ति को यह डिसऑर्डर है, तो वह एक ही चीज को बार-बार करता है।
- सेपरेशन एंग्जायटी डिसऑर्डर- इसका मतलब है कि आपको घर या अपने प्रियजनों से दूर होने का डर है।
- इलनेस एंग्जायटी डिसऑर्डर- यह आपके स्वास्थ्य के बारे में आपका भय है, जिसे पहले हाइपोकॉन्ड्रिया कहा जाता था।
एंग्जायटी के लक्षण
एंग्जायटी से पीड़ित व्यक्ति को अलग-अलग हालातों में चिंता की यह भावना महसूस होती है। इस दौरान आप नियंत्रण से बाहर महसूस कर सकते हैं, जैसे आपके दिमाग और शरीर के बीच कनेक्शन टूट गया हो। आप इन लक्षणों से किसी में एंग्जायटी की पहचान कर सकते हैं
- बेचैनी
- थकान
- सांस फूलना
- चिड़चिड़ापन
- सोने में कठिनाई
- बेवजह की चिंता करना
- हृदयगति में बढ़ोत्तरी होना
- छाती में खिंचाव महसूस होना
- लोगों के सामने जाने से डरना
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
- लोगों से बातचीत करने से डरना
- सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पेट में दर्द
पैनिक डिसऑर्डर क्या है
पैनिक अटैक तीव्र भय, बेचैनी या स्पष्ट खतरे की भावना है, जो अचानक आता है और 10 से 20 मिनट के भीतर अपने पीक पर पहुंच जाता है। हालांकि, पैनिक अटैक का अनुभव करने वाले सभी लोगों में पैनिक डिसऑर्डर विकसित नहीं होगा। लेकिन अगर जब आप बार-बार पैनिक या एंग्जायटी अटैक का अनुभव करते हैं, तो आपको पैनिक डिसऑर्डर हो सकता है। लक्षणों की बात करें, तो यह देखने में दिल के दौरे की तरह लगता है।पैनिक डिसऑर्डर के लक्षण
- कंपन
- छाती में दर्द
- मरने का डर
- घुटन महसूस होना
- मतली या पेट खराब
- नियंत्रण खोने का डर
- सांस लेने में कठिनाई
- सब खत्म होने का डर
- पसीना और ठंड लगना
- हाथ, पैर या चेहरे की सुन्नता और झुनझुनी
एंग्जायटी के कारण
- तनाव
- ज़्यादा चिंता करना
- कोई बुरी या तनावपूर्ण घटनाएं
- मेडिकल इशू जैसे अवसाद या मधुमेह
- सर्जरी या व्यावसायिक खतरे जैसी स्थितियां
एंग्जायटी के रिस्क फैक्टर्स
- कैफीन या अन्य पदार्थ/दवाएं
- बचपन में शर्मीलापन या व्यथित या घबराहट महसूस करना
- तनावपूर्ण और नकारात्मक जीवन या पर्यावरणीय घटनाओं के संपर्क में आना
- एंग्जायटी या अन्य मानसिक विकारों का पारिवारिक इतिहास
- कुछ शारीरिक स्वास्थ्य स्थितियां, जैसे थायराइड की समस्या
एंग्जायटी का उपचार
एंग्जायटी का इलाज करने के लिए साइकोथेरेपी (मनोचिकित्सा) की मदद ली जा सकती है।
इस तरह की थेरेपी में कोग्निटिव बिहेविरल थेरेपी और एक्सपोजर रिस्पॉन्स प्रीवेन्शन थेरेपी शामिल हो सकती हैं।माइंडफुलनेस, योग और तनाव प्रबंधन जैसे वैकल्पिक तरीकों की मदद से भी एंग्जायटी का इलाज किया जाता है। इसके अलावा डॉक्टर एंटीएंग्जायटी और एंटीडिप्रेसेंट दवाओं की मदद से भी पीड़ित व्यक्ति का इलाज करते हैं।
एंग्जायटी के लिए नेचुरल रेमेडी
अगर आप एंग्जायटी से पीड़ित हैं, तो जीवनशैली में बदलाव कर प्रभावी रूप से इसे काफी हद तक दूर किया जा सकता है। एंग्जायटी के प्राकृतिक "उपचार" में आपके शरीर की देखभाल करना और अस्वस्थ गतिविधियों से परहेज करना शामिल है। आप इन तरीकों से भी काफी हद तक एंग्जायटी को नियंत्रित कर सकते हैं-- पर्याप्त नींद
- मेडिटेशन
- एक्टिव रहना
- व्यायाम करना
- स्वस्थ आहार खाना
- शराब से परहेज
- कैफीन से परहेज
- धूम्रपान करते हैं, तो सिगरेट पीना छोड़ दें