Antidepressant Side Effects: डॉक्टर की सलाह के बिना खाते हैं एंटी-डिप्रेसेंट दवा, तो भुगतना पड़ सकता है बुरा अंजाम
डिप्रेशन एक मानसिक समस्या है जिससे दुनिया में कई लोग पीड़ित हैं। यह आपके जीवन पर इतना गहरा प्रभाव डालता है कि व्यक्ति के नीजी और सामाजिक जीवन दोनों ही प्रभावित हो सकते हैं। इसके लक्षणों के इलाज के लिए एंटी-डिप्रेसेंट का इस्तेमाल किया जाता है। जानें एंटी-डिप्रेसेंट के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Antidepressant Side Effects: डिप्रेशन मेंटल हेल्थ से जुड़ी एक गंभीर समस्या है, जिससे दुनिया भर में कई लोग लड़ रहे हैं। इस वजह से, रोजमर्रा के जीवन पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है। इसका प्रभाव केवल मानसिक ही नहीं बल्कि इलाज न कराने पर, शारीरिक रूप में भी नजर आ सकता है। डिप्रेशन की वजह से हमेशा दुखी और नीरस रहने का एहसास होता है, जो किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर्स एंटी-डिप्रेसेंट दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार इन दवाइयों के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा बिल्कुल जरूरी नहीं है कि सभी में साइड इफेक्ट्स हो, लेकिन कुछ लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं। इसका असर सभी व्यक्तियों पर अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अगर कोई साइड इफेक्ट हो रहा है तो उस पर ध्यान देने की जरूरत होती है और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आइए जानते हैं कि एंटी-डिप्रेसेंट की वजह से क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
क्या है एंटी-डिप्रेसेंट?
एंटी-डिप्रेसेंट ऐसी दवाई होती है, जिसका इस्तेमाल डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याओं के लक्षणों से राहत पाने के लिए किया जाता है। क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, एंटी-डिप्रेसेंट्स आपके दिमाग के कुछ केमिकल्स में बदलाव करते हैं। ये केमिकल्स न्यूरोट्रांसमीटर कहलाते हैं। आमतौर पर, वे सेरोटोनिन, नॉरपेनेफ्रिन और, डोपामाइन से जुड़े न्यूरोट्रांसमिटर को प्रभावित करते हैं। एंटीडिप्रेसेंट न्यूरोप्लास्टिसिटी को प्रेरित करते हैं, एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें आपका दिमाग न्यूरॉन्स के बीच संबंधों को मजबूत या कमजोर करके अपनी संरचना को बदल सकता है।
क्या हो सकते हैं इसके साइड इफेक्ट्स?
उल्टी या मितली आना
एंटी-डिप्रेसेंट्स आपके पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। जिस वजह से उल्टी आना, पेट खराब होना या मितली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अगर एंटी-डिप्रेसेंट लेने के बाद आपको ऐसे कोई लक्षण नजर आएं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी डोज में बदलाव कर सकते हैं या इससे बचाव के तरीके बता सकते हैं।
संभोग में परेशानी
एंटी-डिप्रेसेंट्स का एक साइड इफेक्ट यह भी हो सकता है कि संभोग के दौरान इरेक्शन में परेशानी हो सकती है। यह परेशानी आपके नीजी जीवन को प्रभावित कर सकती है। इसलिए अगर ऐसी कोई परेशानी नजर आए, तो तुरंत अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
सोने में समस्या
एंटी-डिप्रेसेंट्स आपके दिमाग में मौजूद केमिकल्स में बदलाव करते हैं, जिसकी वजह से आपकी स्लीप साइकिल बिगड़ सकती है। इस कारण से आपको बहुत नींद आ सकती है या ऐसा भी हो सकता है कि आपको नींद न आने की समस्या हो जाए, जिसे इनसोम्निया कहा जाता है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर के साथ इस परेशानी के बारे में बात कर सकते हैं।
सिर दर्द
एंटी-डिप्रेसेंट का सबसे आम साइड इफेक्ट सिर दर्द है। इसके पीछे आमतौर पर यह वजह होती है कि आपका शरीर एंटी-डिप्रेसेंट के डोज के साथ एडजस्ट नहीं कर पाया है। यह समस्या कुछ दिनों में खुद ही ठीक हो जाना चाहिए, लेकिन अगर यह समस्या बरकरार रहती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
भूख न लगना
एंटी-डिप्रेसेंट्स आपकी पाचन क्रिया को प्रभावित करती है, जिस वजह से भूख न लगने जैसी समस्या भी हो सकती है। इस कारण से कई बार वजन भी कम हो सकता है। हालांकि, वजन बढ़ना या घटना भी एंटी-डिप्रेसेंट के साइड इफेक्ट्स में से एक है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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