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Oral Health Myths: जानें ओरल हेल्थ से जुड़े पॉपुलर मिथक और इनकी सच्चाई

Oral Health Myths दांतों और मसूड़ों की सेहत का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी होता है। हालांकि ज़्यादातर लोग इसके बारे में काफी कम जानते हैं और मिथकों पर यकीन भी करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं 4 मिथकों की सच्चाई।

By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Wed, 24 Aug 2022 02:43 PM (IST)
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Oral Health Myths: जानें ओरल हेल्थ से जुड़े 4 पॉपुलर मिथक की सच्चाई

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Oral Health Myths: मनुष्य के शरीर के बारे में ऐसी कई बातें है, जिनके बारे में आज भी लोग ज़्यादा नहीं जानते। जिसमें से सबसे ऊपर है मुंह की सेहत। मुंह की सेहत को लेकर कई शोध हो चुके हैं, जिनमें पता चला है कि मसूड़ों की बीमारी, दांतों की सड़न, दांतों का गिरना और मुंह की दूसरी समस्याएं दिल की बीमारी, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, पल्मनेरी डिसॉर्डर, वज़न बढ़ना और डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ाने का काम करती है।

तो आइए जानें ओरल हेल्थ से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में।

पहला मिथक: ज़्यादातर लोग मानते हैं कि सफेद दांत ही हेल्दी होते हैं

सच्चाई: जबकि सच यह है कि ज़रूरी नहीं कि सफेद दांत ही हेल्दी हों। दांत का इनेमल सफेद रंग का होता है और डेंटिन यानी दांत के अंदर का हिस्सा पीला होता है, अगर आपका इनेमल पतला है या किसी वजह से हट गया है, तो आपके दांत पीले नज़र आने लगेंगे।

दूसरा मिथक: छोटे बच्चों को अपने दांतों को ब्रश करने की ज़रूरत नहीं होती

सच्चाई: छोटे बच्चों के दांत जैसे ही आना शुरू हों, उन्हें दिन में दो बार ब्रश करना शुरू कर देना चाहिए। बच्चों के दांत अगर सड़ना शुरू हो जाएं, तो वे लंबे समय में सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

तीसरा मिथक: दोंतो पर तेज़ी से ब्रश करना और लंबे समय तक ब्रेश करना अच्छा होता है

सच्चाई: अगर आप दांतों को तेज़ी से ब्रश करते हैं या दिन में कई बार ब्रश कर लेते हैं, तो इससे दांत हेल्दी नहीं होंगे, बल्कि इनामेल और मसूड़ों को नुकसान पहुंच सकता है।

चौथा मिथक: मसूड़ों की बीमारी गंभीर नहीं होती

सच्चाई: मसूड़ों की बीमारी सिर्फ मुंह से जुड़ी नहीं रहती। मसूड़ों में मौजूद बैक्टीरिया शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकता है। कई रिसर्च में पता चला है कि मसूड़ों की बीमारी दिल के रोग, डायबिटीज़ और कई तरह के कैंसर का कारण बन सकती है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik