Pain Prevention: लगातार टाइपिंग से होने लगा है कलाई और उंगलियों में दर्द, तो इन टिप्स से मिलेगी राहत
Pain Prevention लगातार टाइपिंग और माउस के इस्तेमाल से कलाई और उंगलियों में दर्द होने लगता है। इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह तकलीफ गंभीर रूप ले सकती है। तो आइए जानें कि इस दर्द से कैसे बचा जा सकता है।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Tue, 26 Jul 2022 02:29 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Pain Prevention: आप चाहे ऑफिस से काम कर रहे हों, या फिर घर से। अगर आपको 8-9 घंटे रोज़ कंप्यूटर के आगे कीबोर्ड के साथ ही बिताने होते हैं, तो आपको कई चीज़ों का ध्यान रखवना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आमतौर पर लोग लैपटॉप या कंप्यूटर का इस्तेमाल करते वक्त पॉश्चर गलत रखते हैं, जिससे चोट का संभावना बढ़ती है।
अगर आप कीबोर्ड का इस्तेमाल सही तरीके से नहीं करते हैं, तो आपकी पीठ, कमर, हाथों, आंखों और पैरों में दर्द और स्टिफनेस अक्सर रहती होगी। अगर इसे लंबे समय तक नज़रअंदाज़ किया जाए, तो यह आर्थराइटिस और टेंडनाइटिस में बदल सकता है।
तो आइए जानें कि लैपटॉप पर काम करते वक्त किन बातों का ख्याल रखना ज़रूरी हो जाता है।
हमेशा पीठ सीधी कर बैठें
जब आप काम करने बैठते हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कई घंटों तक बैठकर काम करना होगा, इसलिए पीठ को सीधा रखें और मुड़ने न दें। झुक कर बैठेंगे, तो शिफ्ट ख़त्म होने तक गर्दन, कमर और पीठ में दर्द होने लगेगा। बैठते वक्त गर्दन, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें, पीठ को कुर्सी का सहारा दें।
कम्प्यूटर को दूर रखें
कई लोग काम करते वक्त ध्यान नहीं देते और लैपटॉप या कंप्यूटर की स्क्रीन में घुस कर काम करने लगते हैं। जिससे पॉश्चर के साथ आंखों को भी नुकसान पहुंचता है। कंप्यूटर की स्क्रीन को 20 इंच दूर रखें। साथ ही स्क्रीन आपके आंखों के लेवल पर होनी चाहिए ताकि बैठते वक्त पॉश्चर खराब न हो।कुर्सी की हाइट ठीक रखें
सबसे पहले काम करने के लिए एक आरामदायक कुर्सी खरीदें। फिर अपने कीबोर्ड के लेवल पर कुर्सी की ऊंचाई को सेट करें। आर्म रेस्ट को भी एडजस्ट करें, ताकि आपके कंधों को आराम मिल सके।