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Water Fasting: वाटर फास्टिंग करने से पहले हो जाएं सतर्क, जानें क्या असर करता है यह आपकी सेहत पर

पहले फास्टिंग को सिर्फ धर्म और पूजा-पाठ के लिए किया जाता था लेकिन अब हेल्थ को बेहतर रखने के लिए भी फास्टिंग का सहारा लिया जाता है। वाटर फास्टिंग भी इसी का एक रूप है। इसमें सिर्फ पानी पीकर 72 घंटों तक उपवास किया जाता है। इससे सेहत को कई फायदे तो कई नुकसान भी हो सकते हैं। जानें वाटर फास्टिंग से आपके शरीर पर क्या असर होता है।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sat, 25 Nov 2023 02:22 PM (IST)
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वाटर फास्टिंग हो सकता है सेहत के लिए नुकसानदेह
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Water Fasting: वजन कम करने के लिए हम कई तरह की डाइट्स अपनाते हैं, जिन्हें अक्सर हम बिना किसी डॉक्टर की सलाह के करते हैं और उसका फायदा होने की जगह नुकसान होने की संभावना ज्यादा होती है। हाल ही में, डाइटिंग के साथ ही कई तरह की फास्टिंग भी काफी ट्रेंड में हैं, जो वजन कम करने और बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए की जाती हैं। इन्हीं फास्टिंग में से एक है, वाटर फास्टिंग। आइए जानते हैं क्या है वाटर फास्टिंग और इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।

क्या है वाटर फास्टिंग?

वाटर फास्टिंग में व्यक्ति पानी के अलावा और कुछ नहीं खाता या पीता है। इस फास्टिंग में सिर्फ पानी पिया जाता है। इस फास्टिंग को अक्सर 24 से 72 घंटे तक किया जाता है। इसे वजन कम करने का कारगर तरीका माना जाता है, इसलिए आज-कल लोग इस फास्टिंग को अधिक अपना रहे हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है और फैट कम होने की वजह से वजन भी कम होता है।

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क्या हो सकते हैं इसके फायदे?

  • वाटर फास्टिंग आपके सेल्स के खराब पार्ट्स, जिनकी वजह से कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती है, को रिसाइकिल करने में या उन्हें बाहर करने में मददगार हो सकता है।
  • यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकता है, जिससे इंसुलिन बेहतर तरीके से काम करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इस कारण से, डायबिटीज का खतरा कम होता है।
  • कोलेस्ट्रोल कम करने में वाटर फास्टिंग मदद कर सकता है। इस वजह से दिल की बीमारियों और हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
हालांकि, इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिस वजह से इसे बिना एक्सपर्ट की देख-रेख के नहीं करना चाहिए।

क्या हो सकते हैं इसके नुकसान?

  • कैलोरी की कमी की वजह से, इस दौरान एनर्जी के लिए आपके शरीर में स्टोर की हुई फैट का इस्तेमाल किया जाता है। जिस कारण से, वजन कम करने में मदद मिलती है। हालांकि, इस कारण से आपका अचानक से वजन कम होता है, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि बाद में यह वजन अचानक से बढ़ सकता है। इस फास्टिंग के दौरान फैट्स के साथ-साथ मसल्स भी कम हो सकते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक होता है।
  • सिर्फ पानी पीने की वजह से शरीर में एनर्जी की कमी हो सकती है, जिस वजह से थकावट, चक्कर आना जैसी परेशानियां हो सकती है। साथ ही, इस दौरान शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स में भी बदलाव आ सकता है, जिस वजह से ब्लड प्रेशर ज्यादा कम हो सकता है। इस कारण से, हार्ट एरिथमिया का खतरा भी बढ़ जाता है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
  • वॉटर फास्टिंग से डिहाइड्रेशन का खतरा भी होता है। यह सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है कि इतना पानी पीने के बाद भी डिहाइड्रेट कैसे हो सकते हैं। लेकिन यह सच है। सिर्फ पानी पीना और कुछ न खाने की वजह से डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik