Hiccups Causes: क्या सच में किसी के याद करने पर आती हैं हिचकियां? या कोई और है वजह...
Hiccups Causes हिचकी अचानक कभी भी शुरू हो जाती हैं और कई बार काफी कुछ करने के बाद भी बंद नहीं होती। हिचकी को आमतौर पर किसी के याद करने से जोड़ा जाता है। हालांकि वजह तो यह नहीं होती लेकिन ऐसा यूं ही नहीं कहा जाता इसके पीछे भी एक एक वजह भी है। तो आइए जानें हिचकी आने से जुड़ी सभी बातों के बारे में।
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Tue, 01 Aug 2023 04:47 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Hiccups Causes: अक्सर जब भी हमें हिचकी आती है, तो हम यही सोचते हैं कि कोई खास हमें याद कर रहा है। दिल को खुश करने के लिए ये ख्याल अच्छा है लेकिन इसकी वैज्ञानिक वजह कुछ और ही होती है। असल में हिचकी तब आती है जब हमारी सांसों और पाचन क्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी हो जाए। हिचकी आने पर इसे रोकने की कोशिश करनी चाहिए। आमतौर पर हिचकी कुछ ही देर में अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर यह लंबे समय तक रुके नहीं, तो इसका इलाज जरूरी हो जाता है।
क्यों आती है हिचकी
डायाफ्राम एक मांसपेशी है, जो सांस लेने के अंगों को पाचन क्रिया के अंगों से अलग करती है। जब आप सांस लेते हैं, तो आपका डायाफ्राम सिकुड़ता है और फेफड़ों को हवा भरने के लिए जगह मिलती है। जिसके कारण आप सांस ले पाते हैं। सांस छोड़ते समय यह आराम की स्थिति में आ जाता है। जब किसी परेशानी के कारण इस डायाफ्राम में अनैच्छिक सिकुड़न या ऐंठन हो जाए तो, आवाज निकालने वाली नली जिसे वोकल कॉर्ड भी कहते हैं, वह कुछ समय के लिए बंद हो जाती है, जिससे ’हिक’ या ’हिच’ की आवाज आती है। इसी समस्या को ही आम भाषा में हिचकी या अंग्रेजी में हिकप्स और विज्ञान में सिंगुल्टस कहते हैं।
अब ये कौन-सी परेशानी है जिसके कारण डायाफ्राम में खुद से ऐंठन आ जाती है ?
आइए नजर डालते हैं इन कारणों पर :- जल्दी-जल्दी हड़बड़ी में खाना
- अधिक तीखा या गर्म खाना खा लेना
- पेट में गैस होना
- बहुत अधिक नर्वस होना
- अधिक उत्तेजित होना
- कार्बोनेटेड ड्रिंक या सोडा पीना
- शराब का सेवन
- कोई भी ऐसी क्रिया करना जिसमें आप गलती से हवा निगल जाएं जैसे च्यूइंगम खाना
- नर्वस सिस्टम में नसों में हुई किसी परेशानी से लंबे समय तक हिचकी आ सकती है
- किसी दवा का साइड इफेक्ट
हिचकी शुरू हो जाए तो इसे कैसे बंद करें?
- ठंडा पानी पिएं जिससे उत्तेजित डायाफ्राम शांत होता है।
- कुछ सेकंड के लिए सांस रोक कर दोबारा छोड़ें।
- ध्यान भटकाने की कोशिश करें, या किसी डरावनी बात का जिक्र करें जिससे दिमाग दूसरी तरफ भटक जाए। ऐसा करने से दिमाग हिचकी से ध्यान हटा कर पाचन क्रिया पर ध्यान केंद्रित करने के संकेत देता है, जिससे हिचकी रुक जाती है।
- यही वजह है कि अक्सर कहा जाता है कि हिचकी आने पर कोई याद कर रहा है, जिससे इंसान का दिमाग यह सोचने पर जोर डालने लगे कि कौन याद कर सकता है और उसका ध्यान बंट जाए और हिचकी रुक जाए।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।