स्टाइलिश दिखने के लिए आप भी बनवाते हैं Tattoo, तो इस जानलेवा बीमारी का शिकार बना सकता है यह शौक
टैटू का चलन इन दिनों काफी ज्यादा बढ़ चुका है। लोग आए दिन शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर विभिन्न तरह के tattoos बनवाते रहते हैं। यह दिखने में काफी कूल और स्टाइलिश होता है लेकिन इसे बनवाने का प्रोसेस बेहद दर्दनाक होता है। अब हाल ही में एक खबर सामने आई है जिसमें यह खुलासा हुआ कि टैटू बनवाने से ब्लड कैंसर यानी lymphoma का खतरा बढ़ जाता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बदलते समय के साथ ही फैशन का दौर भी बदलता जाता है। समय के साथ खुद को स्टाइलिश और फैशनेबल दिखाने के लिए लोग अक्सर नई-नई चीजें ट्राई करते हैं। लेटेस्ट कपड़ो से लेकर फुटवियर तक, मार्केट में कई चीजों का ट्रेंड देखने को मिलता है। Tattoo बनवाना इन्हीं में से एक है, जिसका क्रेज आजकल तेजी से बढ़ता जा रहा है। लड़का हो या लड़की इन दिनों हर कोई शरीर के अलग-अलग हिस्सों में टैटू बनवाते हैं।
यह देखने में जितना कूल और स्टाइलिश लगता है, उतना ही दर्दनाक इसे बनवाने की प्रक्रिया होती है। इसे बनाने के लिए सुई का इस्तेमाल किया जाता है, जो काफी दर्दनाक होता है। हालांकि, कुछ लोगों के यह काफी मजेदार भी लगता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कूल और स्टाइलिश दिखने के लिए बनवाया जाने वाला टैटू आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इतना ही नहीं यह ब्लड कैंसर (lymphoma) जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी बन सकता है।
यह भी पढ़ें- सुबह खाली पेट Chia Seeds से करें दिन की शुरुआत, वेट लॉस के साथ ही दिल भी बनेगा सेहतमंद
हालिया स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
हाल ही में टैटू को लेकर एक सामने चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है। eClinical Medicine में प्रकाशित इस स्टडी में सामने आया कि टैटू बनवाने में लिम्फोमा यानी ब्लड कैंसर का खतरा 21 प्रतिशत तक बढ़ता है। अध्ययन में शामिल 11,905 लोगों ने अपने शरीर में टैटू बनवाया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि इन लोगों में बी-लिंफोमा सेल्स बढ़ती है। यह तेजी से फैलने वाला कैंसर है, व्हाइट ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है।
ब्लड कैंसर के अलावा इससे अन्य संक्रामक बीमारियां और साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। ऐसे में टैटू के अन्य साइड इफेक्ट्स के बारे में फरीदाबाद स्थित रेडिकल स्किन एंड हेयर क्लिनिक में स्किन स्पेशलिस्ट एवं हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ.राधिका रहेजा विस्तार से बता रही हैं।
त्वचा संबंधी विकार और जटिलताएं
टैटू बनवाने से सोरायसिस, एक्जिमा और डर्मटाइडिस जैसे कुछ त्वचा संबंधी विकार और भी बदतर हो सकते हैं। कई बार टैटू बनवाने पर इसके आसपास छोटे-छोटे दाने उभर आते हैं, जिसे ग्रेनूलोमास कहा जाता है। इसके अलावा टैटू के आसपास स्कार टिशू की मात्रा कहीं ज्यादा बढ़ जाने से केलॉइड्स भी हो सकते हैं। जिसका कोई इलाज नहीं है।
इन्फेक्शन का खतरा
टैटू बनवाने के लिए सुइयों को त्वचा में चुभाया जाता है, जिससे जर्म्स और अन्य पैथोजन शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ा सकते हैं। टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले इंस्ट्रूमेंट के स्टरलाइजेशन में कमी के कारण बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है, जिसके लिए मेडिकल हेल्प लेने की जरूरत होती है। इन संक्रमण के लक्षणों में मवाद या पस, बेचैनी, सूजन और त्वचा का लाल होना शामिल हैं।
MRI कॉप्लीकेशन्स
मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) स्कैन के दौरान टैटू की वजह जलन या सूजन हो सकती है, हालांकि ये असामान्य हैं। टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली स्याही या इंक में धातु तत्व होते हैं, जो MRI पिक्चर की स्पष्टता में बाधा डाल सकते हैं और निदान को और ज्यादा कठिन बना सकते हैं।
HIV और हेपेटाइटिस बी,सी का खतरा
अगर टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री या इंस्ट्रूमेंट दूषित रक्त से दूषित हो तो HIV और हेपेटाइटिस बी और सी जैसी खून से होने वाली बीमारियां हो सकती हैं। इन खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए यह जरूरी है कि टैटू पार्लर कड़े और सही स्वच्छता नियमों का पालन करें।
एलर्जी रिएक्शन
कुछ टैटू की इंक के रंग, जैसे लाल, हरा, पीला और नीला, कुछ लोगों में एलर्जी रिएक्शन का कारण बन सकते हैं। इन रिएक्शन की वजह से लंबे समय तक खुजली वाले चकत्ते, सूजन या टैटू वाले क्षेत्र के आसपास गांठें हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें- H5N2 Bird Flu से संक्रमित पहले व्यक्ति की मौत, जानें कितना खतरनाक है यह वायरस