Breast Cancer का खतरा बढ़ाती हैं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये आदतें, डॉक्टर ने बताए इसके रिस्क फैक्टर्स
Breast Cancer दुनियाभर में कई लोगों की मौत का कारण बनता है। यह एक गंभीर बीमारी है जो आमतौर पर महिलाओं को अपना शिकार बनाती है। हालांकि आज भी इसे लेकर लोगों के बीच जागरूकता की कमी है जिसकी वजह से हर साल अक्टूबर में Breast Cancer Awareness Month मनाया जाता है। आइए जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के कुछ रिस्क फैक्टर (lifestyle Habits Breast Cancer Risk)।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Breast Cancer एक गंभीर बीमारी है, जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है। दुनियाभर में यह एक गंभीर स्वास्थ्य विषय बना हुआ है। यह कैंसर का एक ऐसा प्रकार है, जो आमतौर पर महिलाओं को प्रभावित करता है। हालांकि, पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है, लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसके होने की संभावना ज्यादा होती है। बावजूद इसके आज भी इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी देखने को मिलती है।
ऐसे में इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल अक्टूबर में Breast Cancer Awareness Month मनाया जाता है। इस मौके पर आज इस आर्टिकल में हम आपको आपको बताएंगे ब्रेस्ट कैंसर के कुछ जोखिम कारक (Breast Cancer Risk Factors) और ऐसी आदतों के बारे में, जो ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ाती है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं सीके बिड़ला अस्पताल, गुरुग्राम के ब्रेस्ट सेंटर के हेड और प्रमुख सलाहकार डॉ. रोहन खंडेलवाल-
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कैंसर के रिस्क फैक्टर
डॉक्टर बताते हैं कि ऐसे कई जोखिम कारक हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर के विकास की संभावना को बढ़ाते हैं। इनमें से कुछ रिस्क फैक्टर कंट्रोल किए जा सकते हैं, वहीं कुछ ऐसे हैं, जिन्हें नियंत्रित करना मुश्किल है। ऐसे रिस्क फैक्टर, जो जिन्हें कंट्रोल नहीं किया जा सकता है, उनमें निम्न शामिल हैं-
- उम्र (50 साल की आयु के बाद रिस्क बढ़ना)
- जेंडर (महिलाएं ज्यादा संवेदनशील होती हैं)
- ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास
- जेनेटिक अब्नॉर्मेलिटीज (BRCA1 and BRCA2)
- डेंस ब्रेस्ट टिशू
- मेनोपॉज में देरी (55 साल से ज्यादा)
- समय से पहले पीरियड्स आना (12 साल से पहले)
लाइफस्टाइल हैबिट्स जो बढ़ाते हैं खतरा
ब्रेस्ट कैंसर का खतरा आपके लाइफस्टाइल ऑप्शन (Lifestyle Habits Impact) से भी काफी प्रभावित होता है। क्योंकि फैट टिशू अन्य टिशूज की तुलना में ज्यादा मात्रा में एस्ट्रोजन प्रोड्यूस करता है, ज्यादा वजन या मोटापे का जोखिम बढ़ जाता है, खासकर मेनोपॉज के बाद। यह जोखिम इनएक्टिव होने पर और भी बढ़ जाता है, क्योंकि नियमित एक्सरसाइज हार्मोन के लेवल को संतुलित करता है और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है।ये भी है मुख्य कारण
शराब का सेवन एक अन्य प्रमुख कारक है, क्योंकि शराब पीने से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, यहां तक कि शराब थोड़ी- सी मात्रा पीने (प्रति दिन एक पेय) से भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, धूम्रपान भी ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ते खतरे (Breast Cancer Causes) से भी जुड़ा है, खासकर पहली प्रेग्नेंसी से पहले। मोटापा और प्रोसेस्ड फूड्स और रेड मीट भी इसका खतरा बढ़ाते हैं।