Magnesium Deficiency Symptoms: दिल के लिए हानिकारक हो सकती है मैग्नीशियम की कमी, इन लक्षणों से करें पहचान
मैग्नीशियम हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसकी कमी होने के कारण हमारी बॉडी में कई समस्याएं हो सकती हैं। इसकी कमी होने के कुछ लक्षणों को पहचान कर हम वक्त रहते इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं। जानें क्या है मैग्नीशियम की कमी होने के लक्षण और कैसे कर सकते हैं इसकी पूर्ति।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 08 Oct 2023 08:08 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Magnesium Deficiency Symptoms: सेहतमंद रहने के लिए हमारे शरीर में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होना आवश्यक है। इसके लिए डाइट में सभी प्रकार के भोजन शामिल करना आवश्यक होता है, लेकिन खान-पान की खराब आदतों के कारण हम अक्सर ही संतुलित आहार नहीं खाते हैं। इस कारण से हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि इन पोषक तत्वों की कमी से जुड़े लक्षणों को पहचान सकें। मैग्नीशियम एक ऐसा ही न्यूट्रिएंट जिसकी कमी से कई परेशानियां हो सकती हैंंंं। आइए जानते हैं क्या है मैग्नीशियम की कमी के लक्षण और कैसे करें इसकी पूर्ति।
यह भी पढ़ें: शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर दिखते हैं ये संकेत, बिल्कुल न करें इग्नोरशरीर में मैग्नीशियम की कमी को हाइपोमैग्नेसीमिया कहते हैं। मैग्नीशियम की कमी के कई कारण हो सकते हैं। डायबिटीज, शराब पीने, क्रॉनिक डायरिया आदि जैसी बीमारियों के कारण इसकी कमी हो सकती है। इसकी कमी के पीछे एक कारण यह भी हो सकता है जैसे खाने में मैग्नीशियम से भरपूर फूड आइटम्स को शामिल न करना। मैग्नीशियम की कमी के कारण दिल, दिमाग, बोन्स और मसल्स के काम करने की क्षमता पर असर पड़ता है।
क्या है मैग्नीशियम की कमी के लक्षण?
दिमागी परेशानियां
मैग्नीशियम हमारे मस्तिष्क के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। ब्रेन ठीक से काम कर सके, इसके लिए सही मैग्नीशियम जरूरी लेवल पर होना चाहिए। मेंटल नंबनेस यानी भावनाओं को महसूस नहीं कर पाना, डेलिरियम, स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या हो सकती है।
मसल क्रैम्प
मांसपेशियों में खिंचाव जैसा महसूस होना या फड़कन होना मैग्नीशियम की कमी होने के आम लक्षण हैं। मांसपेशियों की फंक्शनिंग के लिए मैग्नीशियम की शरीर में पूर्ति होना बहुत जरूरी है।थकावट
शारीरिक और मानसिक थकावट के पीछे मैग्नीशियम की कमी बड़ा कारण हो सकता है। इसकी कमी से मांसपेशियों में पोटैशियम लेवल की कमी हो जाती है और थकावट महसूस होती है।