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रोजमर्रा की ये आदतें तोड़ सकती हैं “डैडी” बनने का ख्वाब, fertility बढ़ाने के लिए करें ये सुधार

पैरेन्ट बनने के लिए दोनों पार्टनर का हेल्दी होना जरूरी है। हेल्दी स्पर्म न होने की वजह से प्रेग्नेंट होने में समस्या हो सकती है। लाइफस्टाइल में शामिल कुछ बुरी आदतों की वजह से स्पर्म बनने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे कुछ बदलावों के जरिए पुरुष अपनी फर्टिलिटी को बढ़ा सकते हैं। जानें फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए किन बातों का ध्यान रखें।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Mon, 30 Oct 2023 05:21 PM (IST)
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फर्टिलिटी बढ़ा सकते हैं लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Fertility: पैरेन्ट बनने के लिए सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी अपनी रीप्रोडक्टिव हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए। स्पर्म की कम मात्रा या अन्य किसी समस्या के कारण भी प्रेग्नेंट होने में समस्या हो सकती है। हमारी लाइफस्टाइल का रीप्रोडक्टिव हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है। इसलिए महिलाओं के साथ पुरुषों के लिए भी आवश्यक है कि वे अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें। आइए जानते हैं कुछ लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐसी बातों के बारे में जिनसे फर्टिलिटी की समस्याओं को कम करने में मदद मिल सकती है।

लैपटॉप गोद में न रखें

लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से टेस्टिकल्स का तापमान बढ़ता है, जिससे स्पर्म बनने कम हो सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्पर्म बनाने के लिए टेस्टिकल्स का तापमान हमारे शरीर के सामान्य तापमान से कम होना चाहिए। लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी आपकी रीप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं। साथ ही स्पर्म की मूव करने की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है।

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स्मोकिंग और शराब से दूर रहें

शराब पीने से और स्मोक करने से स्पर्म की मूव करने की शक्ति कम हो जाती है। इस वजह से कम स्पर्म अंडे तक पहुंच पाते हैं और प्रेग्नेंसी की संभावना कम हो जाती है। इसलिए शराब और सिग्रेट से दूर रहना फायदेमंद हो सकता है। स्मोकिंग और शराब पीने से स्पर्म के डीएनए पर भी असर पड़ता है, जिससे प्रेग्नेंसी में आगे चलकर समस्या आ सकती है।

Fertility foods

एस.टी.आई से बचें

संभोग के दौरान सेफ्टी का ध्यान रखें। शारीरिक संबंध बनाते समय लापरवाही बरतने से एस.टी.आई यानी यौन संचारित रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नियमीत रूप से एस.टी.आई के लिए चेकअप करवाएं, कंडोम का इस्तेमाल करें और अपने पार्टनर की भी हेल्थ का ध्यान रखें।

अनहेल्दी खाना न खाएं

डाइट का सीधा प्रभाव हमारे पूरे स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिसमें स्पर्म भी शामिल हैं। अनहेल्दी खाना खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने, मोटापा आदि का खतरा बढ़ जाता है। इसका असर स्पर्म की मूव करने की क्षमता पर पड़ता है।

7-8 घंटे की नींद लें

नींद की कमी की वजह से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ सकते हैं, जो स्पर्म बनाने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इस वजह से स्पर्म मोटीलिटी भी कम होती है यानी, स्पर्म कम मूव कर पाते हैं। इसलिए अपने शेड्युल को इस तरह बनाएं कि आप रोज 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik