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मलेरिया (Malaria)

मलेरिया मच्छरों के काटने से होने वाली सबसे आम बीमारी है। इस बीमारी की चपेट में कोई भी व्यक्ति आ सकता है। ऐसे में इसे लेकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के मकसद से हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 16 Apr 2023 09:27 PM (IST)
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जानें मलेरिया से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी

मलेरिया क्या है?

मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो मच्छरों द्वारा मनुष्यों में फैलती है। यह ज्यादातर उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) देशों में पाए जाते हैं। हालांकि, इस बीमारी का इलाज आसानी से उपलब्ध है। मलेरिया एक परजीवी की वजह से इंसानों तक फैलता है, जो मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है। आमतौर पर मलेरिया होने पर व्यक्ति को तेज बुखार और ठंड का अहसास होता है।

किस मच्छर से फैलता है मलेरिया

मलेरिया मादा एनोफेलीज मच्छरों के काटने से फैलता है। इस प्रजाति के मच्छर ज्यादातर शाम या रात के समय काटते हैं। इसकी वजह से संक्रमित होने पर तेज बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना आदि लक्षण नजर आते हैं। इस मच्छर के काटने से मलेरिया तभी फैलता है जब वह पहले मलेरिया संक्रमित रोगी के खून से संक्रमित हुए हो।

मलेरिया के लक्षण-

कुछ लोग जिन्हें मलेरिया होता है, उन्हें इसके शुरुआती लक्षणों का सामना करना पड़ता है। शुरुआत में यह आमतौर पर कंपकंपी और ठंड के साथ शुरू होता है, जो बाद में तेज बुखार और फिर पसीने में बदल जाता है। मलेरिया के संकेत और लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के कुछ हफ्तों के भीतर दिखने शुरू हो जाते हैं। हालांकि, कुछ प्रकार के मलेरिया परजीवी आपके शरीर में एक वर्ष तक निष्क्रिय रह सकते हैं।

मलेरिया होने पर व्यक्ति में की तरह के लक्षण नजर आते हैं। इस बीमारी कुछ आम लक्षण में निम्न शामिल हैं-

  • दस्त
  • खांसी
  • बेचैनी
  • बुखार
  • थकान
  • सिर दर्द
  • पेट में दर्द
  • ठंड लगना
  • तेज हृदय गति
  • तेजी से सांस लेना
  • मतली और उल्टी
  • मांसपेशियों या जोड़ों का दर्द

मलेरिया के कारण

मलेरिया जीनस प्लाज्मोडियम के सिंगल सेल वाले पैरासाइट के कारण होता है। मच्छर के काटने से यह परजीवी (पैरासाइट) सबसे अधिक मनुष्यों में फैलता है। एक व्यक्ति से दूसरे तक मलेरिया कैसे फैलता है, यह समझने के लिए नीचे दी गई ट्रांसमिशन साइकिल की मदद ले सकते हैं।

  • असंक्रमित मच्छर- मलेरिया से पीड़ित किसी व्यक्ति को काटने से मच्छर संक्रमित हो जाता है।
  • पैरासाइट का ट्रांसमिशन- भविष्य में जब यह संक्रमित मच्छर आपको काटता है, तो इस मच्छर के जरिए मलेरिया परजीवी आप तक पहुंच सकता है।
  • लिवर में- एक बार जब यह परजीवी आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, तो वे आपके लिवर में चले जाते हैं, जहां यह एक वर्ष तक निष्क्रिय रह सकते हैं।
  • ब्लडस्ट्रीम में- लिवर में जाने के बाद जब यह परजीवी परिपक्व यानी मैच्योर होते हैं, तो वे लिवर को छोड़ देते हैं और आपकी लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) को संक्रमित कर देते हैं। आम तौर पर इसके बाद ही मलेरिया के लक्षण विकसित होने लगते हैं।
  • एक व्यक्ति से दूसरे तक- आपके संक्रमित होने पर जब कोई दूसरा मच्छर आपको काटता है, तो वह मलेरिया परजीवियों से संक्रमित हो जाता है। इसके बाद यह मच्छर दूसरे व्यक्ति को काटकर संक्रमित कर देता है।

मलेरिया फैलने के अन्य तरीके-

क्योंकि मलेरिया पैदा करने वाले परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं, ऐसे में संक्रमित लोगों के रक्त के संपर्क में आने से भी मलेरिया फैल सकता है। खून के जरिए मलेरिया फैलने के अन्य तरीकों में निम्न शामिल हैं-

  • मां से अजन्मे बच्चे तक
  • संक्रमित का खून चढ़ाने से
  • संक्रमित व्यक्ति को लगाई गई सुई का एक से ज्यादा लोगों के इस्तेमाल करने से

रिस्क फैक्टर

आमतौर पर यह बीमारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। लेकिन इस गंभीर बीमारी के अधिक जोखिम में निम्न लोग शामिल हैं:-

  • बुजुर्ग
  • छोटे बच्चे और शिशु
  • गर्भवती महिलाएं और उनके अजन्मे बच्चे
  • बिना मलेरिया वाले क्षेत्रों से आने वाले यात्री

कॉम्पिकेशन्स

मलेरिया घातक हो सकता है, खासकर जब यह अफ्रीका में आम प्लाज्मोडियम प्रजातियों के कारण हुआ हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि मलेरिया से होने वाली मौतों में से लगभग 94% अफ्रीका में होती हैं, जिनमें ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं। मलेरिया से होने वाली मौतें आमतौर पर गंभीर जटिलताओं के कारण होती हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं-

  • संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच जाना (सेरेब्रल मलेरिया)
  • सांस लेने में दिक्कत होना
  • शरीर के किसी अंग का काम करना बंद कर देना (ऑर्गन फेलियर)
  • एनीमिया
  • ब्लड शुगर कम होना

मलेरिया से बचाव

  • मलेरिया की रोकथाम के लिए बेहद जरूरी है कि आप खुद को मच्छरों से बचाकर रखें। इसके लिए आप निम्न उपाय अपना सकते हैं-
  • अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि पानी में मच्छर पैदा होने लगते हैं।
  • मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, क्रीम,मॉस्किटो कॉइल और अन्य प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
  • ऐसी जगहों की यात्रा करने से बचें, जहां मलेरिया का प्रकोप ज्यादा हो।
  • शाम होते ही घर के खिड़की दरवाजे बंद कर लें, ताकि मच्छर घर में आ पाए।
  • मलेरिया से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें वैक्सीन जरूर लगवाएं।
Picture Courtesy: Freepik