Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Mental Disorder: क्या है कंपल्सिव बाइंग बिहेवियर? क्यों होती है समस्या और कैसे करें इससे बचाव, जानें यहां

Mental Disorder खरीददारी सभी को अच्छी लगती है लेकिन जब ऐसी आदत हद से ज्यादा बढ़ जाए तो यह कंपल्सिव बाइंग बिहेवियर नामक मनोवैज्ञानिक समस्या का रूप धारण कर लेती है। आखिर क्यों होता है ऐसा और इससे कैसे करें बचाव जानने के लिए पढ़ें यह लेख।

By Priyanka SinghEdited By: Updated: Thu, 06 Oct 2022 08:04 AM (IST)
Hero Image
Mental Disorder: क्या है कंपल्सिव बाइंग बिहेवियर डिसऑर्डर, जानें यहां

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mental Disorder: अपनी जरूरत से ज्यादा तो हम सब अकसर कुछ न कुछ खरीदते ही रहते हैं, लेकिन कुछ लोग हमेशा शॉपिंग के बहाने ढूंढ़ रहे होते हैं। वैसे तो शॉपिंग का ऐसा एडिक्शन किसी को भी हो सकता है, लेकिन अब तक मनोवैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध से साबित हो चुका है कि पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों में सीबीबी के लक्षण ज्यादा नजर आते हैं। वाकई शाॉपिंग से स्त्रियों का बेहद करीबी रिश्ता है। खासतौर पर टेक्नोलॉजी के इस युग में ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा ने स्त्रियों के लिए खरीददारी करना और भी आसान बना दिया है, जिससे वे तेजी से इस लत की शिकार हो रही है।

कैसे पहचानें लक्षण

- अकसर कुछ ऐसी वस्तुएं खरीदना, वास्तव में जिनकी कोई जरूरत नहीं होती।

- हमेशा शॉपिंग की वेबसाइट्स चेक करना, जहां सेल लगी है वहां से कुछ भी खरीद लेना।

- आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करना और खरीदी गई चीज़ें परिवार के सदस्यों से छिपाकर रखना या उनकी कीमत के बारे में गलत जानकारी देना।

क्या है नुकसान

ज्यादा शॉपिंग से व्यक्ति के ब्रेन में एक खास तरह का हैप्पीनेस हॉर्मोन्स एंडोर्फिन और डोपामाइन का सिक्रीशन होता है, जो उसे खुशी का एहसास दिलाता है, जिससे वह और ज्यादा चीज़ें खरीदने को प्रेरित करता है। अगर उसकी यह इच्छा पूरी न हो, तो यह डिप्रेशन का मरीज बना सकता है। अगर आपको भी अपने भीतर ऐसे लक्षण नजर आते हैं, तो सचेत तरीके अपनी इस आदत को नियंत्रित करें। अगर इसके बावजूद आपकी आदतों में कोई बदलाव नजर न आए तो आप बेझिझक किसी मनोचिकित्सक से सलाह लें। आमतौर पर काउंसलिंग और बिहेवियर थेरेपी की मदद से इस समस्या का समाधान हो जाता है।

कैसे करें बचाव

सीबीबी के समाधान के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप मजबूत इच्छाशक्ति के साथ इस आदत को नियंत्रित करने की कोशिश करें।

जिस समय पर आपको मार्केट जाने से ऑनलाइन शॉपिंग की आदत है, उस दौरान खुद को दूसरी क्रिएटिव चीज़़ों- बागवानी, पेंटिंग, म्यूजिक और कुकिंग आदि में व्यस्त रखें।

- अनावश्यक शॉपिंग की तरफ से अपना ध्यान हटाने के लिए एक्सरसाइज और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, यह आदत आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।

- घर से बाहर निकलते समय अपने पर्स में वही क्रेडिट या डेबिट कार्ड रखें, जिसमें कम बैलेंस हो। ऑनलाइन पेमेंट करने वाले मोबाइल एप को भी सीमित बैलेंस वाले बैंक अकाउंट से कनेक्ट करें जिससे अनावश्यक खर्च न हो।

Pic credit- freepik