Monsoon health tips: बारिश के मौसम में कानों को फंगल इन्फेक्शन से ऐसे बचाएं!
Monsoon health tips मानसून में इन्फेक्शन आम हो जाते हैं जो आपकी त्वचा आंखों और कानों को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए इस मौसम में स्वच्छता का खास ख्याल रखना पड़ता है। साथ ही कानों के इन्फेक्शन के लक्षणों के बारे में भी जान लें।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Thu, 23 Jun 2022 09:40 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Monsoon health tips: देश के कई हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में भी मानसून 27 जून तक आ जाएगा। बारिश भीषण गर्मी से राहत तो दिलाती है, लेकिन इसके साथ आती हैं कुछ बीमारियां। खासतौर पर बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स, जो आपकी आंखों, स्किन और यहां तक कि कानों को प्रभावित कर सकते हैं। तो आइए जानें कि उमस भरे मौसम में फंगल इन्फेक्शन से कैसे बचा जा सकते है।
कान के इन्फेक्शन के कारण क्या हैं? स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा जैसे बैक्टीरिया कान के संक्रमण के पीछे का कारण बनते हैं। हालांकि, बैक्टीरियल इन्फेक्शन साल में किसी भी वक्त हो सकता है, लेकिन इसका ख़तरा बारिश के मौसम में बढ़ जाता है। इसके अलावा सर्दी-ज़ुकाम और एलर्जी की वजह से भी कान में दर्द या इन्फेक्शन हो सकता है।
- मानसून में कानों के इन्फेक्शन के लक्षण
- कान का बंद होना
- कान में इरिटेशन होना
- सूजन आना
- खुजली होना
- कान में दर्द
- सुनाई कम देना
- कानों से पानी बेहना
- चक्कर आना
- तेज़ सिर दर्द
- बुखार
बारिश के मौसम में कानों का ख्याल कैसे रखें
- कान दर्द होने पर फौरन डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि आपको दवाई या फिर कानों की सफाई की मदद से आराम मिल सके।
- नहाने के बाद कानों को साफ करें और सूखा लें। कानों को साफ करने के लिए इयरबड्स का इस्तेमाल न करें।
- बारिश के मौसम में ठंडी और खट्टी चीज़ों को खाने से बचें। अगर आपको गले का इन्फेक्शन हो जाता है, तो चाय, कॉफी या सूप पिएं ताकि कान के इन्फेक्शन से बचें।
- नमक के पानी से गरारे करें ताकि गले के इन्फेक्शन से बचा जा सके।
- नहाने के बाद कानों के बाहरी हिस्से को साफ और सूखे कपड़े से साफ करें।
- इयरफोन्स को डिसइन्फेक्ट करना न भूलें। इससे आपके कानों में इन्फेक्शन नहीं होगा।