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Mother’s Day 2023: दुनियाभर के इन देशों में महिलाओं को मिलती है पीरियड लीव, जानें भारत का हाल

Mother’s Day 2023 पीरियड महिलाओं में होने वाली एक शारीरिक प्रक्रिया है जिससे वह हर महीने गुजरती है। इस दौरान महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई देश ऐसे हैं जहां महिलाओं को इन दिनों छुट्टी देने का नियम है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 14 May 2023 08:21 AM (IST)
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किन देशों में दी जाती है मेंसुरेशन लीव्ज और क्या है इसकी वजह

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mother’s Day 2023: पीरियड्स यानी माहवारी हर महिला के जीवन का एक अहम हिस्सा होती है। यह एक शारीरिक प्रक्रिया है, जिससे महिला हर महीने गुजरती है। महिलाओं के लिए यह प्रक्रिया बेहद जरूरी मानी जाती है। एक महिला के लिए पीरियड्स इसलिए भी जरूरी होते हैं, क्योंकि इन्हें प्रेग्नेंसी के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। आसान भाषा में कहें तो मां बनने के लिए एक महिला को पीरियड्स आना बेहद जरूरी है। लेकिन इन दौरान उन्हें कई तरह की तकनीकों का भी सामना करना पड़ता है।

इन कठिन दिनों में जहां कुछ लड़कियों को पेट दर्द की समस्या होती है, तो वहीं कुछ शरीर दर्द और बुखार की वजह से परेशान रहती हैं। इस हालत में रोजमर्रा का काम करना और स्कूल-कॉलेज या ऑफिस जाना कई बार बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान उन्हें आराम देने के मकसद से कई देशों में मेंस्ट्रुअल लीव दी जाती है। मदर्स डे के मौके पर आज जानेंगे उन देशों के बारे में जहां महिलाओं की सुविधा और आराम के लिए उन्हें पीरियड लीव देने का प्रावधान है।

60% से ज्यादा एशियाई देशों में छुट्टी का प्रावधान

दुनिया भर में ऐसे कई देश है, जहां महिलाओं को पीरियड में देने का प्रावधान है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 60% से ज्यादा एशियाई देशों में महिलाओं को पेड पीरियड लीव दी जाती है। तो चलिए जानते हैं महिला कर्मचारियों को पीरियड लीव देने वाले विभिन्न देशों के बारे में-

स्पेन

स्पेन यूरोप का पहला ऐसा देश है, जहां महिलाओं को माहवारी के दौरान पेड पीरियड लीव दी जाती है। इतना ही नहीं ऐसा करने वाला यह पहला पश्चिमी देश भी है। यहां हर महीने पीरियड के दौरान महिलाओं को 3 दिन की अतिरिक्त छुट्टियां दी जाती हैं। साथ ही यहां पर सेनेटरी पैड और टैम्पॉन पर वैट भी नहीं लगता है।

इंडोनेशिया

साल 2003 में पारित हुए कानून के मुताबिक इंडोनेशिया में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को 2 दिन का अवकाश दिया जाता है। इस कानून के मुताबिक महिलाओं को बिना किसी पूर्व सूचना के महीने में 2 दिन अवकाश लेने का अधिकार दिया गया है।

जापान

महिलाओं को पीरियड लीव देने वाले देशों में जापान का नाम भी शामिल है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां साल 1947 में ही जापान ने महिलाओं को पीरियड लीव देने का कानून बनाया था। हालांकि, यहां की ज्यादातर महिलाएं इस कानून का फायदा नहीं उठाती है। जापान की करीब 6000 कंपनियों के एक सर्वे में यह सामने आया था कि सिर्फ 0.9% महिला कर्मचारी की मासिक धर्म की छुट्टी लेती थी।

दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया भी महिलाओं को पीरियड लीव देने वाले देशों की सूची में शामिल है। हालांकि, यहां ज्यादा दिन की छुट्टी नहीं दी जाती है और यह पेड भी नहीं होती है। यहां महिलाओं को हर महीने 1 दिन पीरियड लीव दी जाती है, जिसे पुरुष भेदभाव की तरह देखते हैं।

ताईवान

महिलाओं को पीरियड लीव देने वाले देशों में ताइवान का नाम भी शामिल है। यहां महिला कर्मचारियों को साल में तीन पीरियड लीव दी जाती है।

जाम्बिया

जाम्बिया में भी महिलाओं को पीरियड लीव दी जाती है। साल 2013 में लागू किए गए इस कानून के मुताबिक महिला कर्मचारियों को हर महीने एक दिन की पीरियड लीव दी जाती है।

भारत

बात करें भारत की तो यहां अभी तक मेंस्ट्रुअल लीव को लेकर अब तक कोई कानून नहीं है। इसी साल कामकाजी महिलाओं और छात्रों को पीरियड लीव देने के लिए दायर की गई याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इसे सरकार के नीतिगत दायरे के तहत शामिल मुद्दा बताया था। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बिहार भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पेड लीव दी जाती है। यहां साल 1942 से ही महिला कर्मचारियों को 2 दिन की पीरियड लीव दी जाती है।

Picture Courtesy: Freepik