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Mother's Day 2023: एग फ्रीजिंग करवाने की सही उम्र क्या होती है? जानें एक्सपर्ट्स से सबकुछ

Mothers Day 2023 हम सभी ने एग फ्रीजींग के बारे में खूब सुना है। लेकिन इसके बाद भी ऐसे काफी कम लोग हैं जो इसके बारे में जानकारी रखते हों। मदर्स डे के मौके पर हम बता रहे हैं एग फ्रीज करवाने की सही उम्र के बारे में।

By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 12 May 2023 05:21 PM (IST)
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Mother's Day 2023: जानें क्या है एग फ्रीजिंग की सही उम्र
नई दिल्ली, रूही परवेज़। Mother's Day 2023: आज के जमाने में तकनीक इतनी आगे बढ़ गई है, कि हम अब फैमिली प्लानिंग को भी अपने हिसाब से कंट्रोल कर सकते हैं। आईवीएफ की तरह एग फ्रीजिंग के जरिए भी महिलाएं फैमिली देर से शुरू कर सकती हैं। एग फ्रीजिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसकी मदद से महिला के अंडों को शरीर से बाहर निकालकर सुरक्षित रखा जाता है। इस प्रोसेस के तहत ओवरी में से मैच्योर अंडों को बाहर निकालकर लैब में जीरो तापमान पर फ्रीज कर दिया जाता है।

आज लाखों महिलाएं इस प्रक्रिया का सहारा ले रही हैं। ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि आखिर एग फ्रीजिंग करवाने की सही उम्र क्या होती है?

एग फ्रीजिंग की सही उम्र क्या है?

प्रिस्टीन केयर में स्त्री रोग विशेषज्ञ और सह-संस्थापक, डॉ. गरिमा साहनी का कहना है कि युवावस्था में और अच्छे स्वास्थ्य में बच्चा होना अच्छा है क्योंकि गर्भावस्था शरीर पर बहुत तनावपूर्ण होती है। अधिकांश महिलाओं में बीसवें या शुरुआती तीसवें दशक में प्रजनन क्षमता कम होने लगती है और 35 वर्ष की आयु तक तेजी से गिरावट शुरू हो जाती है, क्योंकि समय बीतने के साथ कम एग रह जाते हैं, इन परिवर्तनों से फ्रीजिंग के लिए एग निकालना अधिक कठिन हो सकता है। नतीजतन, भले ही आप आमतौर पर स्वस्थ और तंदुरुस्त हों, आपकी गिरती प्रजनन क्षमता 40 वर्ष की आयु तक आपके गर्भवती होने की संभावना को लगभग 5 प्रतिशत तक सीमित कर देती है। प्रजनन दवाओं के उपयोग के बिना 45 वर्ष की आयु में प्राकृतिक गर्भावस्था होना चमत्कार माना जाता है।

गुरुग्राम के सीके बिरला अस्पताल में आब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी की लीड कंसल्टेंट, डॉ. आस्था दयाल का कहना है कि हर महिला एग्स की एक निश्चित संख्या (जन्म के समय लगभग 1-2 मिलियन) के साथ पैदा होती है, जो धीरे-धीरे उम्र के साथ कम होते जाते हैं, लगभग 300,000 से 400,000 जब वह अपनी माहवारी शुरू करती है, 35 साल की उम्र में लगभग 25000 और मेनोपॉज पर लगभग 100। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उम्र के साथ एग की गुणवत्ता में भी गिरावट आती है। एक महिला अपनी किशोरावस्था के अंत से लेकर 20 के दशक के अंत तक सबसे ज्यादा फर्टाइल होती है। 30 वर्ष की आयु तक प्रजनन क्षमता कम होने लगती है और 35 के बाद यह गिरावट और भी तेज हो जाती है।

आईवीएफ जैसी कृत्रिम प्रजनन तकनीकों के आने से, भ्रूण और एग का संरक्षण उन महिलाओं के लिए संभव विकल्प बन गया है, जो गर्भवती होने को पोस्टपोन करना चाहती हैं। भ्रूण संरक्षण एक अच्छा विकल्प है और अच्छी सफलता दर के साथ आईवीएफ में एक नियमित प्रक्रिया है।

एग फ्रीजिंग आमतौर पर कैंसर उपचार (कीमोथेरेपी या विकिरण) जैसे चिकित्सा कारणों के लिए रेकमेंड की जाती है जो प्रजनन क्षमता, अंडाशय की बीमारी या सर्जरी, आनुवंशिक उत्परिवर्तन, या कभी-कभी व्यक्तिगत/सामाजिक कारणों से प्रभावित होगी।

कोई विशेष सही उम्र नहीं है क्योंकि प्रत्येक महिला के पास एग फ्रीजिंग का निर्णय लेने के लिए अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं, लेकिन स्टडीज के अनुसार सही आयु 30-34 वर्ष के बीच है। स्टडीज के अनुसार यदि 25 से 30 वर्ष की आयु के बीच एग फ्रीजिंग किया जाता है तो अतिरिक्त लाभ भी दिखाई देता है। बढ़ती उम्र के साथ मिसकैरेज, जेनेटिक प्रॉब्लम्स, बर्थ डिफेक्ट्स का खतरा ज्यादा होता है और फर्टिलिटी एक्सपर्ट 38 साल की उम्र के बाद एग फ्रीजिंग की सलाह नहीं देते हैं।

एक्सपर्ट्स क्या सलाह देते हैं?

शालीमार बाग फोर्टिस हॉस्‍पलटल के ऑब्‍सटैट्रिक्‍स एंड गाइनीकोलॉजी में सीनियर कंसल्‍टैंट, डॉ. उमा वैद्यनाथन का कहना है कि अमेरिकन सोसायटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन (ASRM) के अनुसार, महिलाओं को 38 साल की उम्र से पहले अपने एग्‍स फ्रीज़ करवाने की सलाह दी जाती है ताकि भविष्‍य में प्रजनन (फर्टिलिटी) के लिए उनका सफलतापूर्वक इस्‍तेमाल किया जा सके।

यह भी सलाह दी जाती है कि उम्र के तीसरे दशक में अपने एग्ज को फ्रीज़ करने का इरादा रखने वाली युवतियों को कम-से-कम 15-20 एग्ज और चौथे दशक में कदम रख चुकी महिलाओं को इनसे अधिक एग्ज को फ्रीज़ करवाना चाहिए क्‍योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, फर्टिलिटी और एग्ज की क्‍वालिटी में भी गिरावट आती है। इसी तरह, एग्ज निकालने (एग रिट्रीवल) की प्रक्रिया के दौरान,ओवेरीज़ को उत्‍प्रेरित करने पर ओवेरीज़ के रिस्‍पॉन्‍स से भी एग्ज की संख्‍या पर असर पड़ता है।

30 की तुलना में 40 की उम्र में क्या फर्क पड़ता है?

फ्रीज़ किए गए एग्ज के इस्‍तेमाल से जीवित प्रसव की सफलता की दर और भी कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि एग्ज फ्रीज़ करवाते समय महिला की उम्र क्‍या थी और उसकी ओवेरीज़ से कितने और किस क्‍वालिटी के एग्ज लिए गए थे।

  • 30 साल की उम्र में अपने डिंबों को फ्रीज़ करवाने वाली महिला के मामले में जीवित प्रसव की सफलता की दर 70-80% होती है
  • 35 साल की उम्र में एग्ज को फ्रीज़ करने पर, जीवित प्रसव की दर मामूली रूप से कम हो जाती है और लगभग 60-70% होती है।
  • उधर, 40 साल की उम्र में यह फैसला करने वाली महिलाओं की सफलता दर काफी घट जाती है और यह करीब 35-50% रह जाती है।
यहां यह ध्‍यान रखना जरूरी है कि ये सिर्फ अनुमानित सफलता की दरें हैं, वास्‍तविक स्थिति अलग हो सकती है, जो कि हर व्‍यक्ति से संबंधित कई पहलुओं पर निर्भर होती है। इसके अलावा, एग्ज को फ्रीज़ करने के बाद उन्‍हें प्रजनन के लिए इस्‍तेमाल करने पर कितनी सफलता मिलेगी यह काफी हद तक क्‍लीनिकों, उनमें इस्‍तेमाल की जाने वाली तकनीकों तथा प्रक्रियाओं पर भी काफी हद तक निर्भर होती है।

Picture Courtesy: Freepik