नाखूनों में हो रहे हैं इस तरह के बदलाव तो न करें नजरअंदाज, हो सकता है 'लिवर डैमेज' का खतरा
शरीर के जिन अंगों की देखरेख सबसे कम की जाती है नाखून उनमें से एक है। हल्के पीले बदरंग और बार-बार टूटने वाले नाखूनों को हम बहुत गंभीरता से नहीं लेते लेकिन आपको बता दें कि ये लिवर से जुड़ी समस्याओं की ओर इशारा करते हैं। जिन्हें नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Liver Damage Signs: लिवर हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है, जो कई सारे फंक्शन्स के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें से एक है शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को यूरिन के रास्ते बाहर निकालना। इसके अलावा भोजन पचाने के लिए जरूरी बाइल जूस का निर्माण, गुड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के साथ रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करना। इसलिए इसे सेहतमंद रखना बहुत जरूरी है, लेकिन आजकल हम जिस तरह की लाइफस्टाइल जी रहे हैं और खानपान ले रहे हैं, उससे लिवर को हेल्दी रखना बड़ा मुश्किल हो रहा है। इससे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ रहा है। हालांकि हमारा शरीर लिवर से जुड़ी समस्याओं की शुरुआत होने पर कई तरह के संकेत देता है, जिसे पहचानना बहुत जरूरी है। नाखूनों में होने वाले कुछ बदलाव भी करते हैं लिवर से जुड़ी बीमारियों की और इशारा।
नाखून का रंग बदलना
लिवर में किसी भी तरह की खराबी आने पर सबसे पहले नाखूनों का रंग बदलने लगता है। मतलब आपके सफेद या हल्के गुलाबी रंग के नाखून एकदम फीके रंग के नजर आते हैैं या फिर हल्के पीले। इसके अलावा नाखूनों के तल पर चांद जैसी आकृति भी नजर नहीं आती है। इसे टेरी नेल्स के नाम से जाना जाता है। इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नाखून पर लाल या पीली रंग की लाइन
नाखूनों पर कई बार हल्के लाल या पीली रंग की धारियां नजर आती हैं, तो ये भी इशारा हैं लिवर से जुड़ी समस्याओं की ओर। अगर लंबे समय तक ये नजर आएं, तो एक बार अपना लिवर टेस्ट जरूर करवा लें।नाखूनों के आकार में बदलाव
लिवर में किसी तरह की प्रॉब्लम होने पर आकार में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। नाखून का आगे वाला हिस्सा उभरा हुआ या नीचे की ओर मुड़ा हुआ दिखाई देता है।
नाखून बहुत अधिक कमजोर होना
सिर्फ विटामिन बी की कमी से ही नहीं, बल्कि लिवर डैमेजिंग की वजह से बई नाखून बहुत कमजोर हो जाते हैं, जिसके चलते नाखूनों की ग्रोथ ही नहीं होती या फिर होते ही टूट जाती है। इस तरह के लक्षणों पर भी नजर रखें और डॉक्टर से मिलने में देरी न करें।ये भी पढ़ेंः- डायबिटीज की बीमारी बन सकती है किडनी फेलियर की वजह, जानें कैसे
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।Pic credit- freepik