Pregnancy Diet Tips: प्रेग्नेंट हैं तो इस दौरान ग़लती से भी न खाएं ये 8 चीज़ें!
Pregnancy Tips प्रेग्नेंसी के दौरान हमें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है ताकि बच्चे के साथ आपकी सेहत भी दुरुस्त रहे। आमतौर पर सभी सब्ज़ियां और फल सेहत को लाभ पहुंचाते हैं लेकिन गर्भावस्था के दौरान कुछ चीज़ों से दूर रहना चाहिए।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 05:36 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइ डेस्क। Pregnancy Diet Tips: बच्चा सभी पैरेंट्स की ज़िंदगी में कई सारी खुशियां लेकर आता है। लेकिन इससे पहले कि आपकी खुशी का यह नन्हा पिटारा आए, आपकी ज़िम्मेदारी होती है कि आप उसे अच्छी तरह बढ़ने के लिए एक स्वस्थ वातावरण दें। जिससे आपका बच्चा स्वस्थ ज़िंदगी जी सके। आखिर सेहतमंद ज़िंदगी के लिए एक संतुलित आहार लेना बेहद ज़रूरी है, ये और भी ज़रूरी तब हो जाता है जब आप गर्भवती होती हैं।
बच्चे की अच्छी ग्रोथ के लिए ऐसे कई ज़रूरी पोषक तत्व, विटामिन और खनिज हैं, जो हमें डाइट से मिलते हैं। लेकिन खाने की कुछ ऐसी भी चीज़ें हैं, जिन्हें अगर प्रेग्नेंसी के दौरान खाया गया तो वह आपको या फिर आपके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। तो आइए जानें कि गर्भावस्था के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए।1. गर्भावस्था में शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। शराब पीने से वक्त से पहले डिलिवरी, बौद्धिक विकलांगता, जन्म के समय डिफेक्ट और बच्चे का वज़न कम होना, जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. सब्ज़ियों को अक्सर सुरक्षित माना जाता है और ये संतुलित आहार के लिए ज़रूरी भी हैं। हालांकि, इसे पकाने से पहले सुनिश्चित करें कि इसे अच्छी तरह धोया गया हो ताकि टैक्सोप्लाज़मोसिज़ से बचा जा सके। टैक्सोप्लाज़मोसिज़ उस मिट्टी को दूषित कर सकता है, जहां ये सब्जियां उगाई गई थीं।3. समुद्री खाने और मुर्गी को अच्छी तरह पका कर ही खाएं, क्योंकि इसे अधपका खाने से कोलीफॉर्म बैक्टीरिया के साथ टैक्सोप्लाज़मोसिज़ और साल्मोनेला का भी ख़तरा बढ़ जाता है।
4. ऐसी मछली न खाएं जिनमें मरकरी की मात्रा ज़्यादा हो। मरकरी के सेवन से गर्भावस्था के दौरान; बच्चे का धीमा विकास और मस्तिष्क से जुड़ी दिक्कते देखी गई हैं।5. पहले ट्राइमिस्टर के दौरान कैफीन के सेवन से भी दूर रहें। कैफीन का सेवन गर्भपात का जोखिनम बढ़ा सकता है। प्रेग्नेंसी में कैफीन का सेवन 200 मिलीग्राम प्रति दिन से कम होना चाहिए। कैफीन एक मूत्रवर्धक है, जिसका मतलब है कि यह शरीर से तरल पदार्थ को ख़त्म करता है। जिसकी वजह से शरीर में पानी और कैल्शियम की कम होने लगती है। इसलिए ज़रूरी है कि कैफीन की जगह ज़्यादा से ज़्यादा पानी, ताज़ा जूस और दूध पिएं। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि कैफीन के सेवन से गर्भपात, समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन जैसी परेशानियां आती हैं।
6. गर्भावस्था के दौरान सैकरीन का उपयोग ग़लती से भी नहीं करना चाहिए। यह स्पष्ट नहीं है कि इस स्वीटनर का उपयोग करना सुरक्षित है या नहीं, क्योंकि यह नाल को पार कर सकता है और आपके बच्चे के ऊतक में रह सकता है। क्योंकि यह प्लेसेंटा में जा सकता है और आपके बच्चे के ऊतकों में रह सकता है।7. आप रोज़ाना कुल जितनी वसा लेते हैं, उसमें से 30 प्रतिशत कैलोरी को घटा दें। प्रतिदिन 2000 कैलोरी खाने वाले व्यक्ति के लिए, 65 ग्राम वसा या उससे कम हो जाएगी।
8. प्रति दिन 300 मिलीग्राम या उससे कम कोलेस्ट्रॉल लें।मूल रूप से, बैक्टीरिया युक्त खाद्य पदार्थों से बचना ज़रूरी है, जो आपमें और आपके नवजात शिशु में संक्रमण या स्टिलबर्थ जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके बारे में ज़्यादा जानकारी या फिर इन चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें।