Heart Disease In Kids: सिर्फ बड़े ही नहीं, बच्चे भी जूझते हैं इन 4 तरह की दिल की बीमारियों से
Heart Disease In Kids दुनियाभर में हृदय रोगों की समस्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है जो एक्सपर्ट्स के लिए गंभीर चिंता का कारण भी बनी हुई है। एक दशक पहले तक दिल की बीमारी को 50-60 की आयु में होने वाली समस्याओं के तौर पर देखा जाता था हालांकि अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Heart Disease In Kids: जब हृदय रोग वयस्कों को प्रभावित करते हैं, तो इसे मैनेज करना बहुत कठिन होता है, तो जरा सोचिए बच्चों में इस तरह की बीमारी कितनी बड़ी चुनौती लाती है। ऐसा अनुमान है कि हर साल लगभग 40,000 शिशु जन्मजात हृदय रोग या दोष के साथ पैदा होते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 3 से 5 मिलियन बच्चे क्रोनिक रूमेटिक हृदय रोग के साथ जी रहे हैं और हर साल 4000 से अधिक बच्चों में कावासाकी रोग का निदान किया जाता है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों में होने वाले हृदय रोग का सबसे आम कारण है।
बच्चों में हृदय दोष हृदय संबंधी विकार हैं जो बाद में बचपन में पैदा होते हैं। इनका कारण या या तो कोई संक्रमण, प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया या विभिन्न अन्य कारण होते हैं। बच्चों में सामान्य रूप से होने वाले हृदय दोष में शामिल हैंः
जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी)
जन्मजात हृदय रोग एक प्रकार का हृदय रोग है, जिसमें बच्चे जन्म के समय हृदय दोष के साथ पैदा होते हैं। अनुमान है कि हर साल जन्म लेने वाले लगभग 1 प्रतिशत शिशुओं में सीएचडी (Congenital heart disease) होता है। यह बच्चों को कई तरह से प्रभावित करता है जिनमें ये समस्याएं शामिल हैं:
हृदय वॉल्व संबंधी विकार (Heart valve disorders) - महाधमनी वॉल्व का सिकुड़ना, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है।
हाइपोप्लास्टिक लेफ्ट हार्ट सिंड्रोम (Hypoplastic left heart syndrome)- जहां हृदय का बायां हिस्सा पूरी तरह से विकसित नहीं होता है।
विभिन्न हृदय कक्षों के बीच और हृदय से निकलने वाली प्रमुख रक्त वाहिकाओं के बीच की दीवारों में छेद पैदा करने वाली स्थितियां जैसे वेंट्रिकुलर सेप्टल दोष, पेटेंट डक्टस आर्टेरियोसस और एट्रियल सेप्टल दोष।
फैलट की टेट्रालॉजी (Tetralogy of Fallot) : चार दोषों का संयोजन, वेंट्रिकुलर सेप्टम में छेद, विस्थापित महाधमनी, दाएं वेंट्रिकल (right ventricle) और फुफ्फुसीय धमनी (pulmonary artery) के बीच संकीर्ण मार्ग, और हृदय का मोटा दाहिना भाग।
कावासाकी रोग
कावासाकी रोग की वजह से शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ ऊतकों पर हमला करना शुरू कर देती है, जिससे कोरोनरी धमनियों और हृदय की मांसपेशियों में सूजन हो जाती है। दुनियाभर में कावासाकी बीमारी बच्चों में हृदय रोग की अहम वजह बनी हुई है। कावासाकी के नॉन-कार्डियक लक्षणों में 5 से ज्यादा दिनों तक बुखार रहना, बदन पर रैशेज, आंखों का लाल होना, होंठों पर सूजन या फटना, जीभ का गहरे लाल हो जाना, हाथों और पैरों में सूजन और लिम्फ नोड्स में सूजन आना।
हृदय में मर्मर ध्वनि
हृदय के अंदर डिस्टर्ब ब्लड सर्कुलेशन के कारण आने वाली एक असामान्य आवाज़ को हार्ट मर्मर (Heart murmurs) कहते हैं। अक्सर इस आवाज़ को अनदेखा कर दिया जाता है क्योंकि यह कई बार हानिकारक नहीं होती, लेकिन कई बार ये किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकती है।
एथेरोस्क्लेरोसिस
एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) एक ऐसी स्थिति है, जहां धमनियों के अंदर वसा और कोलेस्ट्रॉल से भरे प्लाक जमा हो जाते हैं। इससे धमनियां संकरी और सख्त हो जाती हैं, जिससे रक्त के थक्के जमने और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस होने में आमतौर पर कई साल लग जाते हैं और बच्चों का इससे पीड़ित होना असामान्य है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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