Oral Health को लेकर कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां, फायदे की जगह उठाना पड़ सकता है नुकसान
ओरल हेल्थ का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। खराब ओरल हेल्थ की वजह से न केवल आपका आत्मविश्वास कम हो सकता है बल्कि सेहत से जुड़ी अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं। कई बार ओरल हेल्थ से जुड़े कुछ मिथकों के कारण अक्सर हमें फायदे से ज्यादा नुकसान झेलना पड़ता है। जानें ओरल हेल्थ से जुड़े कुछ आम मिथक और उनकी सच्चाई।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 11 Feb 2024 06:58 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Oral Health: ओरल हेल्थ का मतलब सिर्फ आपके दांतों की सेहत से नहीं होता बल्कि, इसमें मसूड़े भी शामिल होते हैं। खराब ओरल हेल्थ की वजह से न केवल हमारे खाने और हंसने-बोलने की क्षमता पर ही नहीं बल्कि, पूरी सेहत पर प्रभाव पड़ता है। जी हां, आपकी ओरल हेल्थ आपकी पूरी हेल्थ पर असर डालती है।
खराब ओरल हेल्थ होने पर दांतों में सड़न, मुंह से बदबू आना, दांत में दर्द, छाले, मसूड़ों से खून आना, सेंसिटिविटी, जल्दी दांतों का टूटना, कम लार बनना, जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो अपने डेंटिस्ट से मिलकर जांच करवाना, सबसे बेहतर विकल्प है। हालांकि, कई बार लोग कुछ मिथकों पर यकीन, अपनी ओरल हेल्थ को और बिगाड़ लेते हैं। आइए जानते हैं ओरल हेल्थ से जुड़े कुछ आम मिथकों के बारे में।
मिथक 1- ज्यादा जोर से ब्रश करने से दांत अच्छे से साफ होते हैं।
यह बिल्कुल झूठ है। ज्यादा जोर से ब्रश करने से मसूड़ों के जख्मी होने की संभावना अधिक रहती है। दबाव अधिक होने की वजह से मसूड़े छिल सकते हैं, जिस कारण से काफी दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमेशा आराम से सॉफ्ट ब्रिस्ल वाले ब्रश से कम दबाव के साथ ब्रश करना चाहिए।यह भी पढ़ें: ओरल हेल्थ से जुड़ा है डिमेंशिया का खतरा, जानें कैसे रखें हाइजीन का ख्याल
मिथक 2- सिर्फ मीठी चीजें ही कैविटी की वजह होती हैं।
ऐसा बिल्कुल नहीं है। कुछ भी जो खाने के बाद दांत में फंसकर रह जाता है, कैविटी की वजह बन सकता है। खाना बहुत समय तक, दांत में अटके रहने की वजह से सड़ने लगता है, जिससे एसिड बनता है। यह एसिड दांतो की ऊपरी परत को गलाने लगता है, जिसे कैविटी कहते हैं।मिथक 3- ओरल डिजीज की वजह से सिर्फ दांतों और मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं होती हैं।
यह एक मिथक है। ओरल हेल्थ आपके पूरी सेहत को प्रभावित को प्रभावित करती है। मुंह से किटाणु आपके रेस्पिरेटरी और डाइजेस्टिव सिस्टम तक जाकर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।