कहीं आप भी तो बेवजह नहीं ले रहे विटामिन की गोलियां, जान लें Vitamin Overdose के साइड इफेक्ट्स
विटामिन्स हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर शरीर में इनकी मात्रा जरूरत से अधिक हो जाए तो सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। कुछ मामलों में तो इसकी वजह से मृत्यु भी हो सकती है। आइए जानें शरीर में विटामिन्स की मात्रा बढ़ने (Vitamin Overdose) के कारण क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Side Effects of Vitamin Overdose: हमारे शरीर के बेहतर फंक्शन के लिए कई तरह के विटामिन, जैसे ए, बी, सी, डी, ई और के की जरूरत होती है। वैसे तो ये सभी विटामिन्स हमें हमारी डाइट से मिल जाते हैं, लेकिन संतुलित आहार न लेने की वजह से शरीर में विटामिन्स की कमी हो सकती है। इसलिए इनकी कमी को पूरा करने के लिए हम विटामिन के कई सप्लीमेंट्स भी लेते हैं। लेकिन कहते हैं न कि किसी भी चीज की अति नुकसानदेह ही होती है। इसी तरह विटामिन्स का ओवरडोज (Vitamin Overdose) भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए किसी भी विटामिन को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज से ज्यादा खाना हानिकारक हो सकता है। आइए जानें विटामिन की मात्रा ज्यादा होने की वजह से सेहत को क्या नुकसान (Harms of Vitamin Overdose) हो सकते हैं।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
विटामिन्स की मात्रा ज्यादा होने की वजह से पाचन से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। ऐसा ज्यादातर विटामिन-सी के ओवरडोज की वजह से होता है। इसके कारण मितली, डायरिया, पेट दर्द आदि, जैसी परेशानियां हो सकती हैं। विटामिन-डी के ओवरडोज की वजह से भूख न लगने जैसी शिकायतें भी सामने आ सकती हैं।यह भी पढ़ें: हड्डियों को खोखला बना देगी Vitamin D की कमी, बचाव के लिए जान लें ये तरीके
बनते हैं किडनी स्टोन्स की वजह
विटामिन्स की मात्रा जब शरीर में ज्यादा हो जाती है, तो ये किडनी में इकट्ठा होना शुरू हो जाते हैं। इसकी वजह से किडनी में स्टोन्स हो सकते हैं। यह भी ज्यादातर विटामिन-सी और डी के ओवरडोज के कारण हो सकता है।
दिल की बीमारियां हो सकती हैं
विटामिन-डी जैसे विटामिन के ओवरडोज के कारण दिल को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि विटामिन-डी की मात्रा बढ़ने की वजह से शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है, जो आर्टरीज में इकट्ठा होकर दिल की बीमारियों की वजह बनते हैं। इसके कारण किडनी और अन्य ऑर्गन्स भी डैमेज हो सकते हैं।ब्लीडिंग डिसऑर्डर का खतरा बढ़ता है
विटामिन-ई के ओवरडोज के कारण ब्लड क्लॉटिंग से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे हेमरेज का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही, हेमरेजिक स्ट्रोक आने का जोखिम भी अधिक रहता है। ऐसे ही विटामिन-के की मात्रा बढ़ने की वजह से भी ब्लड कोएगुलेशन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं, जिसके कारण ब्लड थिनिंग से जुड़ी समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं।