Pneumonia in children: ठंड में बढ़ जाता है बच्चों में निमोनिया का खतरा, इन लक्षणों को बिल्कुल न करें इग्नोर
Pneumonia in children सर्दी के दिनों में बच्चों में निमोनिया होने का खतरा ज्यादा रहता है इसलिए इस मौसम में बच्चों को अन्य मौसमों के मुकाबले ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। तो आइए जानते हैं निमोनिया के लक्षण और इससे बचाव के तरीके।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Fri, 13 Jan 2023 07:31 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Pneumonia in children: बड़े बुजुर्गों के साथ सर्दी बच्चों को भी खासा परेशान कर रही है। खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ की समस्या में लापरवाही करने पर फेफड़ों में मवाद भर जाता है, जिससे बच्चे को निमोनिया का संक्रमण हो जाता है। निमोनिया सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जो बैक्टीरिया या वायरस के इंफेक्शन की वजह से होती है। निमोनिया फेफड़ों को संक्रमित करती है। सर्दी के मौसम में इसका असर अन्य मौसम के मुकाबले ज्यादा देखने को मिलता है। क्योंकि सर्दियों में ज्यादा नमी होने की वजह से बैक्टीरिया व वायरस का संक्रमण तेजी से होता है। जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगाई गई है, उन्हें इसका ज्यादा खतरा है। निमोनिया के लक्षणों को समय रहते पहचान कर इलाज मिल जाने से बच्चों को इस गंभीर बीमारी के खतरों से बचाया जा सकता है।
शुरुआती लक्षण में हो जाएं अलर्ट
सर्दी की वजह से छोटे बच्चों को खांसी-जुकाम, बुखार और वायरल संक्रमण की प्रॉब्लम हो सकती है। सामान्य खांसी- जुकाम 4 से 5 दिन में ठीक हो जाता है। लेकिन अगर 1 साल से लेकर 5 साल तक के बच्चे 4-5 दिन में ठीक नहीं होते, तो संक्रमण गंभीर होने लगता है, जो निमोनिया में बदलने लगता है। इसमें लापरवाही बरतना घातक हो सकता है। तो बिना देर किए बच्चों को डॉक्टर को दिखा लें।
क्या है संक्रमण के लक्षण?
- बच्चे को बुखार और खांसी आना- सांस तेज चलना, सांस लेने में घबराहट होना- उल्टी-दस्त आना, भूख न लगना
- शरीर में पानी की कमी होना- सांस लेते समय सीने में दर्द होना- बच्चे का नाखून या होंठ नीला पड़ना