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हाथ-पैर कांपना, धड़कनें तेज होना हो सकते हैं एंग्जायटी के लक्षण, मैनेज करने के लिए अपनाएं असरदार तरीके

एंग्जायटी एक ऐसी समस्या है जिससे वैसे तो हर व्यक्ति कभी न कभी गुजरता है लेकिन कुछ वजहों से कुछ लोगों में यह काफी बढ़ जाती है। अगर आपकी एंग्जायटी आपके रोज के जीवन को प्रभावित करने लगी है तो इसे मैनेज करना (Ways to deal with anxiety) जरूरी है। इस आर्टिकल में हम एंग्जायटी से मैनेज करने के असरदार तरीकों के बारे में जानेंगे।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 29 Aug 2024 07:48 PM (IST)
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एंग्जायटी मैनेज कैसे करें? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Ways To Manage Anxiety: एंग्जायटी एक बेहद सामान्य प्रतिक्रिया है, जो हमें खतरे या चुनौतियों से सचेत करती है। इससे हर व्यक्ति कभी न कभी जरूर गुजरता है। हालांकि, जब एंग्जायटी ज्यादा या कंट्रोल से बाहर हो जाती है, तो यह हमारे जीवन को प्रभावित करने लगती है। अगर आपको भी अक्सर एंग्जायटी का सामना करना पड़ता है, तो इससे निपटने के कई असरदार तरीके हैं, जिनकी मदद से आपको रिलैक्स होने में काफी मदद मिलेगी। इस आर्टिकल में हम उन्हीं तकनीकों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

जागरूकता और एक्सेप्टेंस

एंग्जायटी से निपटने का पहला कदम इसके बारे में जागरूक होना है। समझें कि एंग्जायटी एक सामान्य भावना है और इसे स्वीकार करें। इसके बारे में शर्मिंदा महसूस न करें। एंग्जायटी के बारे में जागरूकता विकसित करने के लिए, आप एंग्जायटी के लक्षणों को पहचानने, उनका ट्रैक रखने और उन परिस्थितियों को समझने पर फोकस कर सकते हैं, जो एंग्जायटी को बढ़ावा देती हैं।

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रिलैक्सिंग तकनीकें

रिलैक्सिंग तकनीकें एंग्जायटी को कम करने में अहम भूमिका निभाती हैं। योग, ध्यान और गहरी सांस लेने जैसी तकनीकें तनाव को कम करने और मन को शांत करने में मदद करती हैं। योग और मेडिटेशन में शारीरिक मुद्राएं, फोकस करने की तकनीकें और मन को शांत करने के तरीके शामिल हैं। गहरी सांस लेने से शरीर को ऑक्सीजन ज्यादा मात्रा में मिलता है और तनाव कम होता है।

फिजिकल एक्टिविटी

नियमित एक्सरसाइज एंग्जायटी को कम करने में असरदार हो सकती है। यह आपके शरीर को फिट रखने के साथ-साथ आपके मन को भी शांत करती है। एक्सरसाइज से एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो नेचुरल पेन रिलीफ और मनोदशा को बढ़ाने वाला हार्मोन है। अलग-अलग तरीके की एक्सरसाइज करें, जैसे- चलना, दौड़ना, तैराकी, साइकिलिंग, योग आदि।

हेल्दी लाइफस्टाइल

एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी जरूरी है। भरपूर नींद लें, हेल्दी डाइट खाएं और नशीली चीजों से दूर रहें। ये सभी बातें आपकी पूरी सेहत को बढ़ावा दे सकती हैं। पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है, क्योंकि नींद की कमी एंग्जायटी को बढ़ा सकती है। साथ ही, डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन शामिल करें। नशीली चीजों से दूर रहना जरूरी है, क्योंकि वे एंग्जायटी को बढ़ा सकती हैं।

सोशल कनेक्शन

दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना एंग्जायटी को कम करने में मदद कर सकता है। सोशल सपोर्ट आपकी इमोश्नल हेल्थ को बढ़ावा दे सकता है। अपने करीबी दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएं, सोशल एक्टिविटीज में भाग लें और पॉजिटिविटी बनाए रखें।

समस्या हल करें

यदि एंग्जायटी किसी खास परेशानी के कारण हो रही है, तो उस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश करें। छोटे कदमों में समस्या का सामना करें और पॉजीटिव सोचें। इसके लिए सबसे पहले समस्या की पहचान करें, संभावित समाधान खोजें और उस पर अमल करने की कोशिश करें। इसके लिए आप प्रोफेशनल मदद भी ले सकते हैं।

प्रोफेशनल मदद लें

अगर एंग्जायटी आपके रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित कर रही है, तो प्रोफेशनल मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं। किसी मनोवैज्ञानिक या थेरेपिस्ट इससे डील करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

रिलैक्सिंग एक्टिविटीज करें

अपने विचारों और भावनाओं को किसी डायरी में लिखने से एंग्जायटी को कम करने में मदद मिलती है। ऐसे ही रोज कुछ समय प्रकृति में बिताने से भी तनाव और एंग्जायटी कम हो सकती है। इसके अलावा, गाने सुनना, पसंद की हॉबी करने से भी एंग्जायटी कम होती है।

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