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WHO की सलाह, स्मोकिंग छोड़ देंगे तो 40% कम हो सकता है डायबिटीज का खतरा!

हाल ही में इंटरनेशनल डायबिटीज फेड्रेशन और WHO की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि स्मोकिंग छोड़ने से टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा 30-40 प्रतिशत कम हो सकता है। डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिससे पूरी दुनिया में करोड़ों लोग पीड़ित हैं। इसके बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए यह जरूरी है कि इससे बचाव के लिए कदम उठाए जाएं।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Thu, 16 Nov 2023 12:02 PM (IST)
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स्मोकिंग छोड़ने से किया जा सकता है डायबिटीज से बचाव
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Diabetes: हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO), इंटरनेशनल डायबिटीज फेड्रेशन और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू कैसल ने यह बताया है कि स्मोकिंग छोड़ने से 30-40 प्रतिशत तक टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेड्रेशन के अनुसार, दुनिया भर में करीब 53.7 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। डायबिटीज दुनिया भर में लोगों की मौत की 9वीं सबसे बड़ी वजह है।

स्मोक करने से हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है, जो टाइप-2 डायबिटीज होने के जोखिम को बढ़ा देता है। WHO ने अपने एक बयान में बताया कि स्मोक करने से डायबिटीज की वजह से होने वाली परेशानियां जैसे दिल की बीमारियां, आंखों की रोशनी जाना, किडनी फेलियर या घाव का जल्दी न भरना जैसी समस्याएं और भी गंभीर हो सकती हैं। साथ ही इससे एक या दोनों पैर खोने का खतरा भी शामिल है। यानी स्मोकिंग की वजह से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है, जो एक गंभीर स्थिति की ओर संकेत करता है। स्मोकिंग अब एक फैशन बन गया है जो युवाओं में बहुत तेजी से फैल रहा है। इसलिए जरूरी है कि लोगों में स्मोकिंग छोड़ने के लिए जागरूकता फैलाई जाए।

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डायबिटीज के कुल मामलों में 95 प्रतिशत टाइप-2 डायबिटीज के केस हैं। टाइप-2 डायबिटीज से बचाव किया जा सकता है। अधिक वजन होना, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, इनएक्टिव लाइफस्टाइल, जेनेटिक्स जैसे कई फैक्टर्स हैं, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ा देते हैं। लेकिन, लाइफस्टाइल में बदलाव कर डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं और किन बातों का ख्याल रख डायबिटीज से बचा जा सकता है।

एक्सरसाइज करें- यह न केवल डायबिटीज से बचाव के लिए आवश्यक है बल्कि आपकी पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है। इसलिए रोज 30-40 मिनट एक्सरसाइज करें। इससे आपकी बॉडी में फैट्स की मात्रा नहीं बढ़ेगी। एरोबिक एक्सरसाइज, स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग जैसी एक्सरसाइज डायबिटीज से बचाव में मदद करती हैं, इसलिए इन्हें अपने फिटनेस रूटीन में शामिल करें।

हेल्दी डाइट- आपके खान-पान का असर आपकी हेल्थ पर पड़ता है, यह तो आप जानते ही हैं। इसलिए अपने खाने में हरी सब्जियां, फल, फिश आदि को शामिल करें। साथ ही अधिक फैट्स वाला खाना आपका वजन बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज का जोखिम भी बढ़ता है। इसलिए अपनी डाइट में अधिक तेल वाले या अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड आइटम्स को शामिल न करें।

वजन कम करें- वजन अधिक होने की वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हेल्दी वजन का होना बहुत जरूरी है। इसमें एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट आपकी मदद कर सकते हैं। हालांकि, बिना अपने डॉक्टर से सलाह लिए, वजन कम करने के लिए ऐसे ही कोई भी डाइट फॉलो न करें।

शुगर कम खाएं- अपने खाने-पीने में चीनी की मात्रा कम करें। ज्यादा चीनी खाने से आपके ब्लड का शुगर लेवल बढ़ता है, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए शुगर वाले ड्रिंक्स, केक आदि को कम खाएं। इसके बदले किसी हेल्दी ऑप्शन का चुनाव करें।

स्ट्रेस मैनेज करें- स्ट्रेस की वजह से ओवर इटिंग, हाई बीपी, इनएक्टिव लाइफस्टाइल आदि जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं। ये सभी डायबिटीज के खतरे को बढ़ाते हैं। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखें।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik