Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

सोशल मीडिया पर वायरल है कच्चे अंडे की आइसक्रीम, लेकिन क्या सचमुच इसे खाना सुरक्षित है?

सोशल मीडिया पर इन दिनों कच्चे अंडे के आइसक्रीम रोल (Viral Raw Egg Ice Cream) काफी वायरल हो रहे हैं। नीचे दिए गए वीडियो में आप एक शख्स को इसे बनाते हुए भी देख सकते हैं। कमेंट्स में लोग भी तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या वाकई इसे खाना सुरक्षित है या फिर यह सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।

By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Mon, 12 Aug 2024 04:52 PM (IST)
Hero Image
Viral Raw Egg Ice Cream: क्या सेहत के लिए सुरक्षित है कच्चे अंडे से बनी आइसक्रीम? (Image Source: Instagram)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Raw Egg Ice Cream Roll: आइसक्रीम के दीवाने कई लोग होते हैं। मौसम चाहे सर्द हो या गर्म, आइसक्रीम खाने से कोई मना कर दे, ऐसा मुश्किल ही देखने को मिलता है। आपने अब तक इसके कई फ्लेवर्स ट्राई किए होंगे, लेकिन क्या आपने कभी कच्चे अंडे से बनी आइसक्रीम का नाम सुना है? दरअसल, इन दिनों यह अजीबोगरीब कॉम्बिनेशन (Raw Egg Consumption Risks) सोशल मीडिया पर तहलका मचाए हुए है। वायरल वीडियो पर भी लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ऐसे में, इन सबके बीच हम आपको इस आर्टिकल में सबसे जरूरी सवाल का जवाब बताने जा रहे हैं कि क्या वाकई इस तरह की आइसक्रीम खाना सेहत के लिहाज से सुरक्षित है?

कच्चे अंडे से बनाया आइसक्रीम रोल

वायरल वीडियो में आप देखेंगे कि सबसे पहले शख्स आइसक्रीम रोल मेकर पर एक अंडा डालता है। आपको देखकर हैरानी होगी कि अंडे का छिलका हटाए बिना ही आइसक्रीम बनाना शुरू कर दिया गया और इसके बाद इसमें दूध डालकर दोनों चीजों को मैश करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे यह मिश्रण जमना शुरू हो जाता है और शख्स इसे आइसक्रीम रोल का आकार दे देता है।

View this post on Instagram

A post shared by Piyush Singh (@who_piyush98)

क्या इसे खाना है सेफ?

जानकारी के लिए बता दें, कि कच्चे अंडे का सेवन साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया का जोखिम साथ लेकर आता है, जिससे आप खाद्य जनित बीमारी (Food-Borne Illness) साल्मोनेलोसिस की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में बुखार, उल्टी, डिहाइड्रेशन और सेहत से जुड़े कई खतरे पैदा हो सकते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि कच्चे अंडे का सेवन कर रहे हैं, तो इसे तैयार होने के तुरंत बाद ही खा लें, क्योंकि अंडे के छिलके से अंडे के सफेद हिस्से को दूषित करने वाले साल्मोनेला बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है। बता दें कि जब टूटे हुए छिलके के टुकड़े अंडे में मिलते हैं तो इन्हें खाने से बचना चाहिए और अंडे से अलग करके ही इसका सेवन करना चाहिए।

यह भी पढ़ें- क्या अंडे खाने से बढ़ता है कैंसर का खतरा?

कच्चे अंडे से बनी डिशेज में रेफ्रिजरेशन और इसकी टाइमिंग काफी अहम होती है, क्योंकि साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया को फैलने में वक्त लगता है जबकि इन्हें ताजा खाए जाने पर बैक्टीरिया कम संख्या में होते हैं जो कि आमतौर पर पेट के एसिड के कारण नष्ट हो जाते हैं और सेहत को नुकसान की गुंजाइश भी ज्यादा नहीं होती है। इसलिए खासतौर से ध्यान रखें कि कच्चे अंडे की डिश को कमरे के तापमान पर छोड़ने से बैक्टीरिया तेजी से बढ़ने लगते हैं और गंभीर बीमारी का खतरा पैदा हो सकता है।

कच्चे अंडे के व्यंजनों का समय और प्रशीतन महत्वपूर्ण है क्योंकि साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया को गुणा करने के लिए समय की आवश्यकता होती है। जबकि कच्चे अंडों में थोड़ी संख्या में बैक्टीरिया आम तौर पर पेट के एसिड की ताकत के कारण खाद्य विषाक्तता का कारण नहीं बन सकते हैं, कच्चे अंडे की डिश को कमरे के तापमान पर छोड़ने से बैक्टीरिया संदूषण और गंभीर बीमारी का खतरा काफी बढ़ सकता है।

ऐसे कम कर सकते हैं जोखिम

  • कभी भी ऐसे अंडे न खरीदें जिनकी एक्सपायरी डेट बीत चुकी हो।
  • टूटे हुए अंडे का इस्तेमाल करने से बचें।
  • अंडे को फ्रिज में स्टोर करें, ताकि इसमें बैक्टीरिया का खतरा न बढ़े।
  • कच्चे अंडे से बनी डिशेज का सेवन इसके तैयार होने के तुरंत बाद कर लें।
  • खाना पकाने के तुरंत बाद कच्चे अंडे वाले व्यंजन का सेवन करें

यह भी पढ़ें- संडे हो या मंडे, क्या सच में रोज खाने चाहिए अंडे

Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।