Raw Vs Boiled Sprouts: सेहत के लिए बड़े फायदेमंद हैं स्प्राउट्स, क्या आप जानते हैं इसे खाने का सही तरीका?
Raw Vs Boiled Sprouts वजन घटाने के लिए स्प्राउट्स अच्छे माने जाते हैं। इनमें जहां कैलोरी बेहद कम होती है वहीं विटामिन और पोषण कहीं ज्यादा। कच्चे स्प्राउट्स से फूड पॉइजनिंग के बढ़ते खतरे के कारण लोग इसे पहले उबाल कर खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा इनका यूज सलाद रैप्स और सैंडविच में भी किया जाता है। हालांकि कभी सोचा है कि इसे खाने का सही तरीका क्या है?
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Thu, 13 Jul 2023 03:41 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Raw vs Boiled Sprouts: वेजीटेरियन लोगों में अंकुरित अनाज यानी कि स्प्राउट्स एक प्रोटीन का हेल्दी ऑप्शन माना जाता है। इन छोटे-छोटे अंकुरित बीजों में विटामिन और खनिज की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है, इसलिए इन्हें न्यूट्रीशन का पॉवरहाउस भी कहा जाता है।
इनमें विशेष रूप से कैलोरी कम होती है, प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन-सी और के ज्यादा मात्रा में होते हैं। स्प्राउट्स हमारे पाचन में सुधार, ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के साथ-साथ लंबे वक्त तक आपके पेट को भरा हुआ महसूस कराने का काम करते हैं।
हालांकि, लोगों के बीच स्प्राउट्स को लेकर एक बहस छिड़ी रहती है कि इसका सेवन कच्चा करना चाहिए या फिर पकाकर। अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो आइए इस पर चर्चा करके आपकी कुछ शंकाओं को हम दूर कर देते हैं।
उबला हुआ या कच्चा- सेहत के लिए क्या है बेहतर?
ई.कोली (E. coli) और साल्मोनेला (salmonella) जैसे हानिकारक बैक्टीरिया की उपस्थिति के कारण कच्चे स्प्राउट्स से फूड पॉइजनिंग और अन्य स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों का खतरा पैदा हो सकता है। अगर इन्हें कच्चा खाया जाता है, तो इससे दस्त, पेट खराब, उल्टी आदि की समस्या हो सकती है, जिससे हमारा इम्यून सिस्टम खराब हो सकता है।
इसके अलावा, कच्चे स्प्राउट्स को पचाना पके हुए स्प्राउट्स की तुलना में काफी मुश्किल होता है। आपका शरीर कच्चे रूप में बीजों के सभी पोषक तत्वों को अवशोषित करने में सक्षम नहीं हो पाता है। इसलिए, स्प्राउट्स को पकाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे पोषक तत्व शरीर तक अधिक पहुंच पाते हैं।
पूरी तरह से धोने के बावजूद, स्प्राउट्स की सतह से सभी बैक्टीरिया को हटाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि वे स्प्राउट के रेशे में मजबूती से चिपक सकते हैं। अन्य खाद्य पदार्थों के मुकाबले, कच्चे स्प्राउट्स का सेवन आमतौर पर बिना पकाए या पाश्चराइजेशन के बिना किया जाता है। ऐसा करने से स्प्राउट्स में मौजूद किसी भी बैक्टीरिया को प्रभावी ढंग से समाप्त नहीं किया जा सकता, जिससे बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए, स्प्राउट्स के सेवन का सुरक्षित तरीका खासकर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए यही है कि इसे उच्च तापमान में पकाकर इसे खाएं।
अगर आप इसका सेवन कच्चे तौर पर करते हैं, तो स्प्राउट्स को अच्छी तरह से धो लें। हालांकि, इससे सभी हानिकारक जीवाणुओं तो नहीं मारेंगे, लेकिन यह कुछ न होने से बेहतर है!Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।