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Sadhguru की हुई इमरजेंसी सर्जरी, जानें क्या है Brain Bleeding और इसके लक्षण

जाने-माने आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव को हाल ही में ब्रेन सर्जरी से गुजरना पड़ा। सद्गुरु के नाम से मशहूर गुरु जग्गी की यह सर्जरी एक निजी अस्पताल में 17 मार्च को सर्जरी की गई थी। इस खबर ने उनके सभी अनुयायियों और प्रशंसकों को चिंता में डाल दिया। Brain Bleeding एक गंभीर समस्या है जो जानलेवा भी हो सकती है। जानते हैं इस कंडीशन के बारे में सबकुछ

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Thu, 21 Mar 2024 12:32 PM (IST)
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ब्रेन ब्लीड के चलते हुए सद्गुरु की ब्रेन सर्जरी
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। मशूहर आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव, जिन्हें सद्गुरु (Sadhguru Jaggi Vasudev) के नाम से भी जाना जाता है, ब्रेन (brain bleeding) में सूजन और ब्लीडिंग के बाद इमरजेंसी ब्रेन सर्जरी से गुजरना पड़ा। यह सर्जरी एक निजी अस्पताल में 17 मार्च को सर्जरी की गई थी। इस खबर के सामने आने के बाद ही दुनिया भर में उनके अनुयायियों और प्रशंसकों में चिंता फैल गई है।

रिपोर्ट्स की मानें, तो वह पिछले कई दिनों से गंभीर सिरदर्द से पीड़ित थे, जिसके बाद एमआरआई कराई जाने पर उनके मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग का पता चला। इस समस्या को ब्रेन हेमरेज के रूप में भी जाना जाता है। आइए जानते हैं क्या है यह समस्या, इसके कारण और लक्षण-

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क्या है ब्रेन ब्लीड?

ब्रेन ब्लीडिंग, जिसे ब्रेन हेमरेज के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार का स्ट्रोक है जो असामान्य दबाव, ट्रॉमा और ब्लड वेसल्स में दोष के कारण आर्टरी या नस के फटने से होता है।

ब्रेन ब्लीड का क्या कारण है?

बात करें इसके कारणों की, तो कई स्थितियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन एन्योरिजम और कई अन्य कारकों का परिणाम हो सकता है। आंकड़े कहते हैं कि ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज के अलावा ब्रेन ब्लीडिंग स्ट्रोक का दूसरा सबसे आम कारण है।

ब्रेन स्ट्रोक में क्या होता है?

ब्रेन हेमरेज के कारण आपके सिर में ब्लींडिग होती है। चूंकि आपका ब्रेन ऑक्सीजन स्टोर नहीं कर सकता है, इसलिए यह ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए ब्लड वेसल्स की एक सीरीज पर निर्भर करता है। जब ब्लीडिंग होती है, तो ब्लड वेसल से खून लीक होता है या फट जाता है, जो आपके स्कल और ब्रेन के अंदर जमा हो जाता है।

कितना खतरनाक है ब्रेन ब्लीड?

इसके अलावा गिरने या दर्दनाक चोटों के बाद भी ब्रेन में ब्लीडिंग होना आम है, जो अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में भी आम है। मस्तिष्क में रक्तस्राव एक जानलेवा मेडिकल स्थिति हो सकती है, जिसमें आपके दिमाग के सेल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने पर मरने में केवल 3-4 मिनट लगते हैं।

ब्रेन ब्लीडिंग के लक्षण

ब्रेन ब्लीड के लक्षण प्रकार के आधार पर अलग-अलग होते हैं, लेकिन इनमें कुछ शामिल हो सकते हैं:

  • कोमा
  • कंफ्यूजन
  • दौरे पड़ना
  • विजन लॉस
  • सांस फूलना
  • चक्कर आना
  • होश खो देना
  • एनर्जी की कमी
  • गर्दन में अकड़न
  • मतली और उल्टी
  • बोलने में कठिनाई
  • निगलने में कठिनाई
  • अचानक झुनझुनी, कमजोरी
  • अचानक और गंभीर सिरदर्द
  • रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
  • आपके चेहरे, हाथ या पैर का लकवा

ब्रेन ब्लीडिंग के कारण?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लीक हुई, टूटी हुई या फटी हुई ब्लड वेसल्स आपके मस्तिष्क में ब्लीडिंग का कारण बन सकती है। इसके अलावा इन वजहों से भी दिमाग में खून जमा हो सकता है-

  • ब्रेन ट्यूमर
  • सिर में चोट
  • खून का थक्का
  • आर्टरीज में फैट जमा होना
  • ब्लड वेसल्स वॉल में वीक स्पॉट
  • ब्रेन आर्टरीज की दीवारों में प्रोटीन बनना
  • आर्टरीज और वेन्स के बीच लीकेज होना

रिस्क फैक्टर्स

ब्रेन ब्लीडिंग के कुछ जोखिम कारक भी हो सकते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं:-

  • उम्र 75 वर्ष से ज्यादा
  • दवाई का दुरूपयोग
  • अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर
  • दवाएं जो खून के थक्के जमने में बाधा डालती हैं
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Picture Courtesy: Freepik